Nisha Bangre Case: डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे मामले में प्रदेश सरकार बगैर जांच पूरी हुए क्लीनचिट देने के मूड में नहीं
भोपाल। मप्र की चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के मामले में सरकार ने सोमवार को कुछ नहीं किया। इस बीच कांग्रेस ने जरूर बैतूल जिले की आमला विधानसभा क्षेत्र पर मनोज मालवे को प्रत्याशी घोषित कर दिया। बांगरे के मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को तत्काल मामले का निबटारा करने को कहा है। किंतु देर रात तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार बगैर विभागीय जांच पूरी हुए उन्हें कोई क्लीनचिट देने के मूड में नहीं है।
प्रक्रिया का पालन कर रही है
बांगरे कांग्रेस से टिकट मिलने की प्रत्याशा में डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दिया था, किंतु विभागीय जांच पेंडिंग होने की वजह से राज्य सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया। बांगरे को सुप्रीम कोर्ट से भी कोई फौरी राहत नहीं मिली। हाईकोर्ट ने जरूर राज्य सरकार से कहा कि वह इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें। किंतु मामला इतना पेंचीदा है कि सरकार बगैर विभागीय जांच पूरी हुए इस पर कोई निर्णय नहीं लेगी। सूत्रों ने बताया कि सरकार के पास चूंकि इस तरह के मामलों में विशेषाधिकार है, ऐसे में जांच लंबित होने पर किसी को क्लीनचिट नहीं दिया जा सकता। निशा बांगरे के मामले में भी सरकार इसी प्रक्रिया का पालन कर रही है।