अब बीएल संतोष की भाषा अटपटी, कहा- कार्यकर्ताओं की सुनने की बजाय कुत्तों से खेलता रहता है अन्य दलों का नेतृत्व

भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी आपत्तिनजक और अटपटी भाषा बोलने वाले नेताओं की कतार में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि भाजपा कोई साधु-सतों की पार्टी नहीं है कि मौका मिले और वह सरकार बनाने का अवसर छोड़ दे। उन्होंने कहा कि अन्य दलों में कार्यकर्ता अपमानित होते हैं। उनकी सुनने की बजाय इन दलों का नेतृत्व अपने कुत्तों के साथ खेलता रहता है।;

Update: 2021-12-01 08:41 GMT

भोपाल। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी आपत्तिनजक और अटपटी भाषा बोलने वाले नेताओं की कतार में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि भाजपा कोई साधु-सतों की पार्टी नहीं है कि मौका मिले और वह सरकार बनाने का अवसर छोड़ दे। उन्होंने कहा कि अन्य दलों में कार्यकर्ता अपमानित होते हैं। उनकी सुनने की बजाय इन दलों का नेतृत्व अपने कुत्तों के साथ खेलता रहता है। संतोष दलबदल व जोड़ तोड़कर सरकार बनाने को लेकर भाजपा पर लगने वाले आरोपों का जवाब दे रहे थे।

मौका मिलने पर सरकार बनाने को तैयार

भाजपा नेता ने कहा कि भाजपा कोई साधु संत नहीं हैं जो सरकार नहीं बनाए। मौका जब भी आता है हम सरकार बनाने के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियों में नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार होता है। इसकी वजह से वे भाजपा का नेतृत्व और विचारधारा देखकर पार्टी में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर दल यदि अपने कार्यकर्ताओं को सर्वोपरि मानने लगे तो ऐसा न हो।


Tags:    

Similar News