- तीन लाख परिवारों के लिए तीस हजार क्विंटल भेजना था चना
- प्रति परिवार एक किलो मुफ्त चना देने में गड़बड़ी
भोपाल। लंबे समय से पीडीएस दुकान और नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में रखा चना जनवरी माह में बांटने के लिए खाद्य विभाग ने जिले के 427 पीडीएस दुकानों पर करीब पंद्रह हजार क्विंटल चने का स्टॉक भेजा था। जिसके आधार पर प्रति परिवार एक किलो चना मुफ्त में दिया जाना था। विभाग ने दुकानदारों को मैनुअल चना बांटने के आदेश दिए थे। जिसका फायदा उठाते हुए अधिकतर दुकानदारों ने चना नहीं बांटा है। दुकानदारों का कहना है कि चना का पूरा स्टॉक नहीं आने की वजह से दुकानों पर विवाद के हालात बन जाते। जिसको लेकर शेष स्टॉक का इंतजार किया जा रहा है।
दरअसल लंबे समय से नागरिक आपूर्ति निगम के पास चना का स्टॉक था। जिसको देखते हुए सिर्फ एक माह के लिए सभी परिवारों को चना बांटने के आदेश दिए गए थे। दुकानदारों का तर्क है कि जब सभी परिवारों को चना बांटना है, तो राशनकार्ड के हिसाब से स्टॉक भेजा जाना चाहिए था। ऐसे में इक्का दुक्का दुकानों पर ही चना बांटा गया है। शेष दुकानदारों ने फर्जी तरीके से रजिस्टर पर नाम दर्ज कर लिए हैं। इधर जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया का कहना है कि सिर्फ जनवरी माह के लिए जिले के सभी बीपीएल परिवारों को प्रति परिवार एक किलो चना मुफ्त में दिया गया है। जिन दुकानों से बीपीएल परिवारों को चना नहीं मिला है, वह 181 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
दो पीडीएस दुकानें सस्पेंड, फिर भी वहीं सेल्समेन बांट रहे राशन
जिन दुकानों को सस्पेंड कर दिया जाता है, वह दुकानें बंद होने की जगह खुली रहती हैं और वहां पर वही सेल्समेन दुकान से राशन बांटता है, जिसकी गड़बड़ी की वजह से दुकान को सस्पेंड किया गया है। यह कारनामा काजीकैंप स्थित दुकान नंबर-36 और शाहजहांनाबाद स्थित दुकान नंबर-192 का है। दोनों दुकानें सस्पेंड हैं, बावजूद इसके यहां पर गड़बड़ी करने वाले सेल्समेन ही बीपीएल का राशन बांट रहे हैं। काजीकैंप की दुकान नंबर-36 पर राशन बांटने वाला सेल्समेन अनीस ही पहले की तरह इसी दुकान से राशन बांट रहा है। इसी तरह शाहजहांनाबाद स्थित दुकान नंबर-192 के सेल्समेन संदीप सिंह को एक बाहरी व्यक्ति को एक क्विंटल गेहूं बेचने के मामले में पकड़ा गया था। जिसके बाद दुकान सस्पेंड की गई, लेकिन इस दुकान से अब भी संदीप सिंह ही राशन बांट रहा है, जबकि खाद्य विभाग के रिकार्ड में यह दुकान सस्पेंड है और इसे दुकान नंबर-23 से अटैच कर दिया गया है।