पीएम मोदी ने पूछा-क्या मप्र में चंदन की खेती हो सकती है? शिवराज बोले- अमरकंटक व पचमढ़ी जैसे क्षेत्रों में इसकी संभावनाएं तलाशेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। लगभग सवा घंटे तक दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा के दौरान शिवराज ने मप्र सरकार द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रगति रिपोर्ट दी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी सीएम शिवराज को कुछ सुझाव दिए।;
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने गुुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (prime minister narendra modi) से मुलाकात की। लगभग सवा घंटे तक दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा (meeting) के दौरान शिवराज ने मप्र सरकार (mp government) द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रगति रिपोर्ट दी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी सीएम शिवराज को कुछ सुझाव दिए। प्रधानमंत्री मोदी ने शिवराज से पूछा कि क्या मप्र में चंदन की खेती हो सकती है? बांस की खेती में और क्या बेहतर उत्पादन हो सकता है? मोदी ने कहा कि हमें क्रॉप पैटर्न चेंज करने पर भी संभावनाएं तलाशनी होंगी। मोदी ने पूछा- क्या मप्र में चंदन की खेती हो सकती है, इससे किसानों की आय बढ़ेगी तो वहीं परफ्यूम, अगरबत्ती उद्योग के जरिए रोजगार भी बढ़ेगा। इस पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के अमरकंटक, पचमढ़ी जैसे क्षेत्रों में इसकी संभावनाएं तलाशेंगे। बांस उत्पादन में और क्या बेहतर हो सकता है, अच्छी से अच्छी क्वालिटी का बांस उत्पादन बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हुई। पीएम ने एक्सपोर्ट क्वालिटी के बासमती उत्पादन में वृद्धि करने के लिए भी कहा।
चौहान ने बताया- इथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में 28 कंपनियां निवेश करने वाली हैं मप्र में
पीएम से मिलने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने दिल्ली में मीडिया को दी जानकारी में बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को शिक्षा व कृषि, राेजगार, उद्योग सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी योजनाओं के संबंध में अब तक की प्रगति की जानकारी दी। शिवराज ने पीएम को मप्र की इथेनाल पॉलिसी की जानकारी देते हुए बताया कि मप्र में इथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में 28 कंपनियां निवेश करने वाली हैं। इसके अलावा मोटे अनाज जैसे कोदो, कुटकी के उत्पादन बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई। चौहान ने बताया कि बालाघाट के चावल को जीआई टैग मिला है। ये प्रधानमंत्री मोदी के किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे यहां के चावलों को वैश्विक बाजार में उचित स्थान और दाम मिलेगा व इसका लाभ हमारे किसानों को मिलेगा।