जहरीली शराब कांड : मौतों के बाद आबकारी अधिकारी समेत टीआई निलंबित, 7 पर केस दर्ज
इलाके में तनाव का माहौल है, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। पढ़िए पूरी खबर-;
मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के बागचीनी थाना इलाके के महावली और मानपुर गांव में शराब से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। कल रात से आज दोपहर तक बारह लोगों की सांस उपचार के दौरान थम गई। जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है। बता दें कि अभी भी 7 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। उपचार के लिए मुरैना और ग्वालियर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। जिसके बाद अब जिला आबकारी अधिकारी जावेद अहमद को निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने ग्रामीणजनों के कहने पर टीआई बागचीनी अविनाश राठौर को सस्पेंड कर दिया है। एसपी ने बताया कि इस मामले में 7 लोगों पर केस दर्ज किया गया है वही दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुरैना जिले में जहरीली शराब की घटना बागचीनी थाना स्थित छेरा मानपुर गांव और सुमावली थाना के पहवाली गांव की है। बताया जा रहा है कि छेरा मानपुर गांव में जहरीली शराब से 8 लोगों की मौत हो गई तो वहीं पहवाली गांव में 3 व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि, गंभीर रूप से बीमार में से 5 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, 3 को गंभीर हालत में इलाज के लिए ग्वालियर रेफर कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के अनुसार बगचीनी थाना क्षेत्र के छैरा मानपुर गांव में जितेंद्र यादव की सोमवार की सुबह जहरीली शराब पीने से हालत बिगड़ी थी. उसे जिला अस्पताल से ग्वालियर रेफर किया गया, जहां इलाज से पहले ही उसकी मौत हो गई। परिजन उसका शव वापस गांव ले आये और अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन सोमवार की देर रात वही जहरीली शराब पीने से छैरा मानपुर गांव के ही 12 से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद परिजन जौरा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल पहुंचने के बाद इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हो गई। जबकि दो लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया। जहां अस्पताल जाते वक्त रास्ते में ही एक व्यक्ति की मौत हो गई। मौतों के बाद आम जनता में भारी आक्रोश था। इलाके में तनाव का माहौल था, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और जिला आबकारी अधिकारी समेत बागचीनी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया।