Pt. Khushilal Ayurveda College Student Hunger Strike : भूख हड़ताल पर बैठे चार आयुष छात्रों की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती

स्टायपेंड वृद्धि की मांग को लेकर बीते कई दिन से हड़ताल कर रहे पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्रों की अब तबियत बिगड़ने लगी है।;

Update: 2023-10-06 02:24 GMT

भोपाल। स्टायपेंड वृद्धि की मांग को लेकर बीते कई दिन से हड़ताल कर रहे पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्रों की अब तबियत बिगड़ने लगी है। गुरुवार को चार स्टूडेंट्स को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ गई। इनमें दो छात्र और दो छात्राएं शामिल हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कर आईवी फ्लूड की बॉटल चढ़ाई गई है। साथी छात्रों ने बताया कि तीन दिन से जारी भूख हड़ताल के कारण कई स्टूडेंट्स में ग्लूकोज की कमी हो गई है। जिस कारण उन्हें चक्कर आने लगे थे। निगरानी टीम में शामिल चिकित्सकों की सलाह पर चार स्टूडेंट्स को अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उनकी सतत निगरानी की जा रही है। आयुर्वेद कॉलेज के पीजी स्टूडेंट्स की हड़ताल खत्म करवाने के लिए आयुष विभाग की प्रमुख सचिव द्वारा बुधवार को प्रयास किया गया था। पीएस ने आश्वासन दिया था कि आपकी सभी मांगे मान ली जाएंगी और जल्द ही इसके आदेश भी जारी किए जाएंगे, इसलिए आप सभी हड़ताल खत्म कर दें। इस बात पर लगभग सहमति बन गई थी, लेकिन बुधवार देर रात को हड़ताली छात्र-छात्राओं ने अपना फैसला बदल लिया।

आचार संहिता के बाद नहीं होगी सुनवाई

सूत्रों के अनुसार दो से तीन दिन के अंदर प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का एलान हो सकता है। इसके बाद किसी तरह का सरकारी आदेश जारी नहीं हो सकेगा। हड़ताल कर रहे छात्रों को यही डर सता रहा है कि यदि आचार संहिता से पहले सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की और आदेश जारी नहीं किए तो उनकी यह मेहनत बेकार जा सकती है।

इनकी बिगड़ी तबियत

चंद्रकांत, अंतिम वर्ष

आकांशा, द्वितीय वर्ष

अलीशा, प्रथम वर्ष

प्रमोद बना, द्वितीय वर्ष

होम्योपैथी और यूनानी कॉलेज में भी आंदोलन

स्टायपेंड में वृद्धि की मांग को लेकर सिर्फ आयुर्वेद ही नहीं होम्योपथी और यूनानी कॉलेज के स्टूडेंट्स भी आंदोलन कर रहे हैं।

इन दोनों कॉलेजों के छात्र-छात्राएं कॉलेज परिसर में तंबू डालकर धरना दे रहे हैं। सरकार ने फिलहाल किसी भी मांग को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।

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