गेहूं में रेत मिलाने के मामले में रासुका की कार्रवाई होगी : कमल पटेल
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा के ग्राम बनाड़ा के खरीदी केंद्र से रेत मिले गेहूँ की बोरियों का परिवहन किया जा रहा था, गेहूँ में रेत मिलाकर संग्रहण के लिए भेजा जा रहा था गोडाउन और वेयरहाउस। पढ़िए पूरी खबर;
सिवनी मालवा/ होशंगाबाद। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के सिवनी मालवा तहसील के गेहूं खरीदी केंद्र बनाड़ा में रेत मिला गेहूं मिलने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में हाई प्रोफाइल लोगों की संलिप्तता के चलते पहले तो इसे दबाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन मीडिया में मामला सामने आते ही आनन फानन में कार्रवाई के प्रयास किए जाने लगे। वहीं इस मामले में सिवनी मालवा पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा है कि- 'जिस तरह कोरोना के समय नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में रासुका की कार्रवाई की गई। इसी तरह इस मामले में भी रासुका की कार्रवाई की जाएगी।'
इस मामले का खुलासा बानापुरा में रेत मिले गेहूं की बोरियों से भरे ट्रक मिलने से हुआ है। सर्वेयर को वेयरहाउस पर बनाड़ा केंद्र से आए एक ट्रक में गेहूं से भरी बोरियां में रेत मिली। सर्वेयर ट्रक को खड़े कराकर तत्काल विपणन संघ व प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी। कुछ देर में ही एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। ट्रक में कुछ बोरियों में गेहूं के साथ रेत मिली। करीब पौन घंटे तक नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों का एसडीएम, तहसीलदार इंतजार करते रहे।
ट्रक में गेहूं की 193 बोरी भरी हुर्ह है। बनाड़ा खरीदी केंद्र से बानापुरा के वेयरहाउस भेजा गया था। वेयरहाउस में रखने से पहले सर्वेयर ने ट्रक में रखे गेहूं की जांच की। चार-पांच बोरियों में गेहूं के साथ रेत मिली दिखी। उसने गेहूं को रिजेक्ट कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। इस संबंध में बानापुरा एसडीएम अखिल राठौर ने कहा कुछ बोरी में रेत मिलने की पुष्टि हुई। नागरिक आपूर्ति अधिकारी व टीम जांच कर रही है। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।