देशभर की सरकारें याद रखें, किसान सरकार बना सकते हैं तो गिरा भी सकते हैं : भाकिसं

किसान संघ मातृशक्ति को लेकर आगे बढ़ रहा है और मातृशक्ति कृषि क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आईएन बसबेगौंड़ा ने सभा में कहा कि किसान संघ गैर राजनैतिक संगठन है। किसान पिछले 43 बर्षों से अपनी मांग दोहरा रहे हैं। अब समय आ गया है किसानों को ...;

Update: 2022-02-26 15:38 GMT

भोपाल। भारतीय किसान संघ (BKS )  के 13वां राष्ट्रीय अधिवेशन ( national convention ) का आयोजन शुक्रवार से रविवार तक मप्र ( MP ) की राजधानी भोपाल ( Bhopal ) में किया जा रहा है। अधिवेशन के दूसरे दिन संघ के बैनर तले हजारों की संख्या में किसानों ( farmers ) ने रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान भाकिसं ने अपनी 43 साल पुरानी मांग को लेकर देशभर की राज्य सरकारों ( governments ) व केंद्र सरकार को चेतावनी दी। भाकिसं की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ( National Vice President ) विमला तिवारी ( Vimla Tiwari ) ने कहा कि किसानों में यह ताकत है कि वह सरकार को गिरा सकते हैं, तो गिरा भी सकते हैं।

             राजधानी के एमवीएम खेल मैदान पर आयोजित सभा को किसान संघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विमला तिवारी ने संबोधित करते हुये कहा कि देशभर की सरकारें याद रखें, किसानों में वह ताकत है कि वह किसी की भी सरकार बना सकते हैं, तो उसे गिरा भी सकते हैं। किसान संघ मातृशक्ति को लेकर आगे बढ़ रहा है और मातृशक्ति कृषि क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आईएन बसबेगौंड़ा ने सभा में कहा कि किसान संघ गैर राजनैतिक संगठन है। किसान पिछले 43 बर्षों से अपनी मांग दोहरा रहे हैं। अब समय आ गया है किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य देना ही होगा। सरकारें वातार्लाप के लिये तो बुलाती हैं पर निर्णय न होना गंभीर बात है। किसान अब समझ चुका है। इस अवसर पर सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख व भारतीय किसान संघ के पालक अधिकारी रामलाल, किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय मंत्री पेरूमाल, गंगाधर, सांई रेडडी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह आंजना, मध्यभारत के प्रांत अध्यक्ष कैलाश सिंह ठाकुर, प्रदेश प्रचार प्रमुख राघवेन्द्र सिंह पटेल, प्रांत महामंत्री पवन शर्मा, महाकौशल प्रांत अध्यक्ष गजराज सिंह, प्रांत महामंत्री प्रहलाद पटेल, मालवा के प्रांत अध्यक्ष रामप्रसाद सूर्या, प्रांत महामंत्री रमेश दांगी, प्रांत संगठन मंत्री मनीष शर्मा, भरत पटेल, अतुल माहेश्वरी सहित देश भर से आये किसान संघ के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। मंच से देश भर के विभिन्न प्रांतों से आये प्रांतों के अध्यक्षों ने अपनी क्षेत्रीय भाषा में किसान सभा को संबोधित करते हुये अपने राज्यों की समस्यायें केंद्रीय प्रतिनिधियों के सामने खुले मंच पर रखीं।

भोपाल की सड़कों पर निकली विशाल शोभायात्रा -

भाकिसं ने शनिवार को दोपहर 2 बजे पुलिस परेड ग्राउंड दशहरा मैदान से देशभर के विभिन्न प्रांतो से आये किसान प्रतिनिधियों की अनुशासित स्वरूप में विशाल शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा में देश के लगभग 500 जिलों के 5 हजार से अधिक किसान शामिल हुये। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। शोभायात्रा लाल परेड ग्राउंड से होते हुये राजभवन मार्ग, रोशनपुरा चौराहा, रंगमहल टॉकीज, टीटी नगर थाना, अपैक्स बैंक, पत्रकार भवन, मालवीय नगर से होते हुए एमवीएम कॉलेज ग्राउंड पर पहुंची, जहां सभा में तब्दील हुई। इस बीच शोभायात्रा मार्ग में अनेक जगह सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

अनेकता में एकता के हुए दर्शन -

भारतीय किसान संघ की शोभायात्रा में देश के कोने कोने से आये आये किसान अपनी संस्कृति के अनुसार विभिन्न वेशभूषा में शामिल हुए। शोभायात्रा में अपने - अपने प्रांत का बैनर लेकर किसान, अपनी भाषा में नारों का उदघोष कर कतारबद्ध चल रहे थे। शोभायात्रा में संपूर्ण भारत की अनेकता में एकता का दर्शन राजधानी वासियों ने किये। इस दौरान अनेक महिलाएं ट्रैक्टर चलाते हुए भी रैली में शामिल हुईं।

अधिवेशन में बड़ी संख्या में महिला किसानों की भागीदारी -

भारतीय किसान संघ के अधिवेशन में बड़ी संख्या में किसान महिलायें शामिल हुई। शोभायात्रा के दौरान वे अपने - अपने प्रांत का बैनर लिये, विशेष परिधान में नारों का उद्घोष करते हुए चल रहीं थी। शोभायात्रा के दौरान ग्रामीण महिला किसान सशक्तीकरण का अनूठा उदाहरण देखने को मिला।

कृषि विषय पर मैराथन बैठकों का क्रम जारी -

देश व दुनिया में किसानों के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ का तीन दिवसीय 13वां अखिल भारतीय अधिवेशन का आयोजन महादेवी परिसर पुरानी गल्ला मंडी में चल रहा है। अधिवेशन के द्वितीय दिन देश भर से आये किसान संघ के पदाधिकारी व किसानों के साथ विभिन्न विषयों पर मैराथन बैठकों का क्रम जारी रहा। देश भर के विभिन्न प्रान्तों के प्रांत महामंत्रियों द्वारा अपने प्रांत की गतिविधियों की जानकारी प्रस्तुत की गई।

उपज पर नहीं मिल रहा लाभकारी मूल्य -

अधिवेशन में शामिल होने आए खोकरा कलां तहसील काला पीपल, जिला शाजापुर के किसान नटवरलाल ने बताया कि अभी कृषि की स्थिति ठीक नहीं है। हमें खेती पर आने वाली लागत से अधिक अर्थात लाभकारी मूल्य दिया जाए। उन्होंने कहा कि जैसे दूसरे व्यवसायों में क्रय या लागत के बाद विक्रय करने पर लाभ प्राप्त होता है। यही व्यवस्था कृषि क्षेत्र में भी लागू होना चाहिए।

नकली खाद, बीज विक्रेताओं को मिले कडी सजा -

उज्जैन निवासी महिला किसान सुषमा व्यास ने कहा कि ज्यादातर किसानों को नकली खाद-बीज की समस्या से भी परेशानी हो रही है। किसान मेहनत करके अपना धन खर्च करके फसल उगाता है, खाद-बीज का उपयोग करता है, लेकिन नकली या अमानक बीज होने से उसे भारी नुकसान उठाना पड़ता है। नकली खाद-बीज विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर, उन पर रासुका लगाकर सजा देना चाहिए।

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