RTO Strike MP : आरटीओ में न लाइसेंस बने न हुई वाहनों की फिटनेस
राजधानी सहित प्रदेश भर में परिवहन विभाग के मप्र परिवहन (राजपत्रित) अधिकारी संगठन के तत्वावधान में विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सोमवार को सात सूत्रीय मांगों के चलते हड़ताल पर थे।;
भोपाल। राजधानी सहित प्रदेश भर में परिवहन विभाग के मप्र परिवहन (राजपत्रित) अधिकारी संगठन के तत्वावधान में विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सोमवार को सात सूत्रीय मांगों के चलते हड़ताल पर थे। इसके चलते हजारों आवेदकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हड़ताल के चलते न तो लाइसेंस बने न ही वाहनों का फिटनेस हो सका।
बुधवार को ही काम हो सकेंगे
वहीं इसके पहले शनिवार व रविवार की छुट्टी होने के चलते हजारों की संख्या में आवेदक काम के सिलसिले में पहुंचे थे, लेकिन हड़ताल के चलते भोपाल आरटीओ कार्यालय का सोमवार को ताला ही नहीं खुला। सोमवार को इन हजारों आवेदकों को वापस लौटना पड़ा।वहीं अब मंगलवार को गणेश उत्सव को लेकर सरकारी छुट्टी है। ऐसे में अब आवेदकों के चार दिन बाद यानी बुधवार को ही काम हो सकेंगे।
एक दिन की हड़ताल पर रहे कर्मचारी
मप्र लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ परिवहन विभाग के प्रदेश अध्यक्ष श्याम यादव ने बताया कि परिवहन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी की मांगों पर शासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते एक दिन की हड़ताल पर कर्मचारी रहे। अगर मांगों को 15 दिन के अंदर पूर्ण नहीं होती है तो जल्द अनिश्चित कालीन हड़ताल की जाएगी।
एक दिन में बनते हैं 450 लर्निंग लाइसेंस
भोपाल आरटीओ कार्यालय में 450 लर्निंग लाइसेंस, 500 से अधिक फिटनेस, 500 परमिट, 1000 रजिस्ट्रेशन सहित सैकड़ों की संख्या में गाड़ी ट्रांसफर के मामले एक दिन में आते हैं। अचानक हुई हड़ताल की लोगों को जानकारी नहीं थी। सुबह करीब 10 बजे से सोमवार को आरटीओ में आवेदकों का आने का सिलसिला शुरू हो गया। यहां आने पर अधिकांश आवेदकों को हड़ताल की जानकारी मिली। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने गेट पर लगे ताले को नहीं खोलने दिया। इसके चलते अधिकांश आवेदक बाहर के बाहर ही लौट गए। आवेदक नितिन गुप्ता ने बताया वह लाइसेंस बनवाने आरटीओ आए थे, लेकिन यहां आकर पता चला हड़ताल है। इसी तरह अली खान भी लाइसेंस के लिए आरटीओ पहुंचे थे। लेकिन हड़ताल की वजह से उनका काम नहीं हो सका।