ज्योतिरादित्य के बचाव में उतरे शिवराज, बोले- गद्दार नहीं, खुद्दार हैं सिंधिया, आखिर वे कब तक बर्दाश्त करते
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मोर्चे पर उतर आए हैं। चौहान ने सिंधिया का बचाव करते हुए कहा कि “दिग्विजय सिंह जी , सिंधिया जी और जो कांग्रेस छोड़कर साथी भाजपा में आएं हैं , उन्हें गद्दार बता रहे है लेकिन याद रखें कि वह गद्दार नहीं खुद्दार हैं। आखिर वो कांग्रेस में कितना अपमान सहते।;
भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मोर्चे पर उतर आए हैं। चौहान ने सिंधिया का बचाव करते हुए कहा कि “दिग्विजय सिंह जी , सिंधिया जी और जो कांग्रेस छोड़कर साथी भाजपा में आएं हैं , उन्हें गद्दार बता रहे है लेकिन याद रखें कि वह गद्दार नहीं खुद्दार हैं। आखिर वो कांग्रेस में कितना अपमान सहते।
ट्वीट में यह भी कहा शिवराज ने
मुख्यमंत्री चौहान ने अपने ट़वीट में कहा कि कांग्रेस ने चुनाव लड़ा सिंधिया जी के नाम पर और मुख्यमंत्री बना दिया बुजुर्ग कमलनाथ को। सरकार भी कमलनाथ नहीं, पीछे से दिग्विजय सिंह चला रहे थे। कमलनाथ तो नाममात्र के चेहरे थे। बार-बार सिंधिया जी और उनके साथी जनसमस्याओं की तरफ ध्यान दिला रहे थे। कमलनाथ का अहंकार इतना बड़ा था कि जब सिंधिया जी ने कहा कि हम सड़कों पर उतरेंगे, तो कहा उतर जाओ। घमंड इतना कि कहते हैं कि मैं गाड़ी में बैठा कर दूसरी पार्टी में छोड़ आऊंगा। कोई भी खुद्दार यह कैसे बर्दाश्त करता। मिलने जाये तो कहते थे चलो-चलो। आखिर कितने अपमानित होते।
तो हजारों वोटों से कैसे जीतते
शिवराज ने आगे कहा कि और एक बात मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि अगर वह गलत लोग होते तो जनता उनको हजारों वोटों से कैसे जीताती…? जो कांग्रेस में रहकर हज़ार-दो हज़ार वोटों से जीते थे,वह भाजपा में आकर 50-60 हजार वोटों से चुनाव जीते। उन्होंने इस्तीफा दिया,चुनाव लड़ा और शान से जीत कर आए। लेकिन कांग्रेस में तो छोटेपन और ओछेपन की होड़ लगी हुई है। हर नेता दूसरे नेता को छोटा करने के लिए बड़ा बयान देना चाहता है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भी इस होड़ में शामिल हैं। कांग्रेस का क्या होगा भगवान मालिक है।