जज के ड्राइवर की बेटी पहले ही प्रयास में बनी Civil Judge , टॉप 10 रैंक हासिल कर पिता से लेकर रोशन किया दादा का नाम

Madhya Pradesh हाईकोर्ट की तरफ से आयोजित होने वाली सिविल जज वर्ग—2 के एग्जाम का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया गया है। नीमच की दो बेटियों ने यह एग्जाम क्लियर किया हैं।;

Update: 2022-04-28 11:47 GMT

Madhya Pradesh हाईकोर्ट की तरफ से आयोजित होने वाली सिविल जज (Civil Judge) वर्ग-2 के एग्जाम(Exam) का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया गया है। नीमच की दो बेटियों ने यह एग्जाम क्लियर किया हैं। इनमें एक नीमच कोर्ट(Neemuch Court) में सिविल जज के ड्राइवर की बेटी वंशिका गुप्ता (Vanshika Gupta) भी शामिल है। वह एग्जाम पास करने के बाद सिविल जज बन गई है। एक तरफ जहां घर में खुशी का माहौल हैं। वहीं, वंशिका ने सफलता का श्रेय अपने पैरेंट्स को दिया हैं।

प्रदेश की कोर्ट में खाली पड़े 252 पदों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें देशभर के 350 अभ्यर्थी (candidate) शामिल हुए थे। एग्जाम का परिणाम मंगलवार शाम को घोषित किया गया हैं। इसमें जज के ड्राइवर की बेटी वंशिका गुप्ता ने टॉप 10 में रैंक हासिल की है। इसके बाद से उनके घर में मिठाईयां बांटी जा रही है। साथ ही उनके घर पर बधाई देने आने वालों का तांता लगा हुआ है। पिता अरविंद गुप्ता(Arvind Gupta) का कहना है कि वंशिका गुप्ता पहले ही प्रयास में सिविल जज (Civil Judge) बन गई है। साथ ही उसने प्रदेश में 7वीं रैंक प्राप्त की हैं। वहीं वंशिका गुप्ता ने कहा कि यह उनकी शुरुआत है। अभी तो आगे की मंजिल पाने के लिए सफर यानि पढ़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि वह अब एडीजे बनना है।

वहीं बता दें कि वंशिका के दादा रमेशचंद गुप्ता(Ramesh Gupta) भी कोर्ट में ग्रेड-1 रीडर थे। फिलहाल रिटायर होने के बाद मंदसौर में वकालत कर रहे हैं। उसके पिता अरविंद गुप्ता फिलहाल जिला कोर्ट में जज के ड्राइवर हैं। उनकी मां स्कूल में टीचर हैं। वंशिका की मां ने बताया कि दादा और पिता से कोर्ट कचहरी की बात सुनती थी। बचपन से ही उसकी इच्छा जज बनने की थी।

Tags:    

Similar News