आर्द्रा नक्षत्र में 22 जून को प्रवेश करेंगे सूर्य, जानिए इस मानसून में कब-कब बन रहे अच्छी बारिश के योग
नौतपा गुजर चुके हैं। इसके बावजूद लोगों को भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली है। लोग बारिश के इंतजार में हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 22 जून को आर्द्रा नक्षत्र में सूर्य का प्रवेश होने के बाद बारिश के योग शुरू हो जाएंगे। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के हिसाब से इस बार 52 दिन तेज बारिश के संयोग बन रहे हैं।;
भोपाल। नौतपा गुजर चुके हैं। इसके बावजूद लोगों को भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली है। लोग बारिश के इंतजार में हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 22 जून को आर्द्रा नक्षत्र में सूर्य का प्रवेश होने के बाद बारिश के योग शुरू हो जाएंगे। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के हिसाब से इस बार 52 दिन तेज बारिश के संयोग बन रहे हैं।
आर्द्रा नक्षत्र का प्रवेश मकर लग्न में होगा
पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि 22 जून को सूर्य का आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश होगा। आर्द्रा नक्षत्र का प्रवेश मकर लग्न में होगा। ऐसी मान्यता है कि नौतपा के दौरान यदि भयंकर गर्मी पड़ती है तो आने वाले मानसून में वर्षा भी अच्छी होती है। यह भी माना जाता है कि सूर्य जब आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है तो हर तरफ मानसून का ही प्रभाव नजर आता है। चूंकि इस साल नौतपा में तेज गर्मी पड़ी इसलिए बारिश भी अच्छी होगी। इस साल 22 जून को सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। आर्द्रा नक्षत्र के सूर्य के समय आंधी, तूफान, तेज वर्षा के योग बन रहा है। कुछ जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है। जुलाई, अगस्त में नदी, नाले, तालाब लबालब हो जाएंगे। वर्षा ऋतु में महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, मनीपुर, आंध्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार, असम, गुजरात, राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा की आशंका है।
ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव से तपन और ठंडक
पंडित रामजीवन दुबे गुरुजी के अनुसार हिन्दू संवत्सर 2079 का राजा शनि और मंत्री गुरु है। सूर्य जब विभिन्न नक्षत्रों में प्रवेश करता है, तब प्रकृति में आश्चर्यजनक बदलाव होता है। रोहिणी नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में सूर्य के विद्यमान होने से तेज गर्मी पड़ती है। जैसे ही इन नक्षत्रों से होकर सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है, तब सूर्य की तपन कम होती है और आकाश मंडल में बादल छाने लगते हैं, बारिश होती है और धरती जलमग्न होकर आमजन को शीतलता प्रदान करती है। वर्षा के मुख्यत: आठ नक्षत्र होते है। वर्षा ऋतु के नक्षत्र आर्द्रा 22 जून, पुनर्वसु छह जुलाई, पुष्य 20 जुलाई, अश्लेषा तीन अगस्त, मघा 17 अगस्त, पूर्वा फाल्गुनी 31 अगस्त, उत्तरा फाल्गुनी 14 सितंबर एवं हस्त 27 सितंबर तक वर्षा श्रेष्ठ होगी। 11 अक्टूबर से चित्रा नक्षत्र रहेगा।
किस माह कितने दिन अच्छी बारिश के योग
जून : 22, 27 एवं 28
जुलाई : एक, छह, सात, आठ, नौ, 10, 13, 14, 15, 19, 23, 24, 26, 28, 29, 30
अगस्त : एक, दो, सात, आठ, 11, 12, 13, 14, 15, 23, 24, 27, 29, 31
सितंबर : एक, तीन, पांच, नौ, 13, 15, 17, 19, 23, 26, 29, 30
अक्टूबर: 5,7