स्मार्ट सिटी की समीक्षा बैठक में भड़के मुख्यमंत्री, अधिकारियों को लगा दी ऐसी फटकार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को स्मार्ट सिटी की समीक्षा बैठक में भड़क गए। और अधिकारियों को जमकर फटकार लगा दी। बैठक में प्रजेंटेशन को देखकर मुख्यमंत्री को गुस्सा आ गया। स्मार्ट सिटी के अधिकारी अपनी पीठ थपथपा रहे थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें हकीकत से अवगत कराते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के सीसी टीवी कैमरे सब बंद पड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि 20 घंटे बैठना पड़े तो मैं बैठूंगा लेकिन मुझे सच बताईए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अब हर सोमवार को स्मार्ट सिटी का रिव्यू करो, मुझे नतीजे चाहिए।;
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को स्मार्ट सिटी की समीक्षा बैठक में भड़क गए और अधिकारियों को जमकर फटकार लगा दी। बैठक में प्रजेंटेशन को देखकर मुख्यमंत्री को गुस्सा आ गया। स्मार्ट सिटी के अधिकारी अपनी पीठ थपथपा रहे थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें हकीकत से अवगत कराते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के सीसी टीवी कैमरे सब बंद पड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि 20 घंटे बैठना पड़े तो मैं बैठूंगा लेकिन मुझे सच बताईए।
प्रत्येक सोमवार को करें समीक्षा, नतीजे दें
मंत्रालय में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अब हर सोमवार को स्मार्ट सिटी का रिव्यू करें, मुझे नतीजे चाहिए। बैठक में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के अलावा इकबाल सिंह वैश, निकुंज श्रीवास्तव, मनीष सिंह, मनोज गोयल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में गड़बड़ी और लापरवाही पर नाराज हुए। उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार में तो लूट ही मची थी, टेंडर भी लूटने के लिए निकले थे, स्मार्ट सिटी को लेकर। हमें प्राथमिकता तय करनी चाहिए कि पहले क्या करना है। मुख्यमंत्री ने खराब सड़कें सुधारने पर बल दिया।
जब तक सब ठीक न होगा , मुझे चैन नहीं आएगा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्मार्ट सिटी के काम की क्या स्थिति है, मुझे डिटेल में समझना है, जब तक सब ठीक नहीं हो जाता मुझे चैन नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि हम पीपीपी मॉडल पर जाएं। इससे ज्यादा आश्चर्य की बात क्या हो सकती है कि भोपाल में स्मार्ट सिटी के कैमरे बन्द पड़े हैं। उन्होंने कहा कि जितनी भी गड़बड़ हुई है, उसे फाइलें निकालकर देखिए।
यह भी कहा मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्मार्ट सिटी का जो शेष पैसा बचा हुआ है, उसे रिव्यू करके उपयोगिता के आधार पर खर्च करें। बताया गया कि 6 शहरों में ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली (ITMS) प्रारंभ हो चुकी है। सभी शहरों में एकीकृत कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर प्रारंभ हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की रोकथाम में प्रभावी कार्यवाही जरूरी है।इंक्यूबेशन केन्द्र को अच्छे से विकसित करना है। आडिट की रिपोर्ट को गंभीरता से लेना चाहिए, यदि कोई लापरवाही करता है तो उसे बदल दो। उन्होंने कहा कि एजेंसियों में तालमेल रहना जरूरी है। सीसीटीवी का काम पुलिस को दे दें।