शिवराज-कमलनाथ के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी, नरोत्तम ने भी कर दी यह टिप्पणी, जानिए कौन क्या बोला
मध्यप्रदेश की सियासत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। कमलनाथ के एक बयान पर मुख्यमंत्री चौहान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आपकी पार्टी में गदर मचा हुआ है। सूबेे के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी बीच में कूदे और कहा कि कोरोना से लाख बचने की कोशिश करें कमलनाथ जी, लेकिन बच नहीं पाएंगे। कमलनाथ ने भी अपने ऊपर हुए कटाक्ष का जवाब दिया। उन्होंने रामचरित मानस की एक चौपाई बोलते हुुए सीएम से कहा कि भगवान से डरिए और झूठी घोषणाएं बंद कर दीजिए।;
भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। कमलनाथ के एक बयान पर मुख्यमंत्री चौहान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आपकी पार्टी में गदर मचा हुआ है। सूबेे के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी बीच में कूदे और कहा कि कोरोना से लाख बचने की कोशिश करें कमलनाथ जी, लेकिन बच नहीं पाएंगे। कमलनाथ ने भी अपने ऊपर हुए कटाक्ष का जवाब दिया। उन्होंने रामचरित मानस की एक चौपाई बोलते हुुए सीएम से कहा कि भगवान से डरिए और झूठी घोषणाएं बंद कर दीजिए।
कमलनाथ पर इसलिए भाजपा ने कसा तंज
दरअसल शुक्रवार को पूर्व सीएम कमलनाथ के अगले विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की बात चर्चा में आई थी,जिसका तत्काल कांग्रेस द्वारा खण्डन भी किया गया। लेकिन भाजपा ने इस मामले पर कमलनाथ को आड़े हाथ लेते हुए उन पर तंज कसा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ कह रहे हैं मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन उनके आईटी सेल ने फटाफट खंडन करते हुए कहा- 'अवश्यम भावी'। तुम्हारे बिना कांग्रेस नहीं चल सकती। अवश्यम भावी कौन सा होता है। मुख्यमंत्री तो हमने देखे थे। भूतपूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री भी देखे। ज्यादा से ज्यादा लोग कह दें भावी मुख्यमंत्री, लेकिन अवश्यम भावी मुख्यमंत्री क्या होता है? आपकी पार्टी में गदर मचा हुआ है। आपके एक नेता कह रहे हैं अजय-अरुण तो बच्चे हैं। इतने साल के परिपक्व नेता आपकी पार्टी के नेता की नजर में बच्चे हो गए। कौन सच बोल रहा है। पहले राहुल गांधी से बुलवा दिया कि 10 दिन में कर्जा माफ, वरना मुख्यमंत्री बदल देंगे, लेकिन बदला कुछ नहीं। इधर राज्य के गृृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा दतिया मे कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि , कांग्रेस के कोरोना से लाख बचने की कोशिश करें कमलनाथ जी,लेकिन बच नहीं पाएंगे। कांग्रेस में इतने सारे वेरिएंट्स कोरोना वायरस की तरह के है। कभी अल्फा कमलनाथ पर अटैक करता है कभी बीटा कर देता है। कभी लेम्डा आ जाता है तो कभी एसपील्लोन आ जाता है। मुझे लगता है कि शायद पानी सर के ऊपर आ जाने की वजह से कमलनाथ जी ने चुनाव नही लड़ने की बात कही होंगी।
कमलनाथ ने भी दिया जमकर जवाब
अपने ऊपर हुुए राजनैतिक हमले का कमलनाथ ने भी जमकर जवाब दिया। नाथ शुक्रवार को शिवपुरी के पोहरी में थे। जहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए इस बात से इंकार किया कि उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। नाथ ने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। कहां से चुनाव लड़ना है यह मैं तय करूंगा। उन्होंने कहा कि गुरुवार को मैंने पत्रकारों का भोज किया था। इसमें स्थानीय प्रत्याशियों की बात निकली तो मैंने कहा था कि सबसे ज्यादा परेशानी तो मुझे है। मैं छिंदवाड़ा का नहीं हूं। मेरा गांव और घर छिंदवाड़ा जिले की सौंसर विधानसभा में आता है। सौंसर वाले मुझसे कहते हैं कि आप सौंसर से चुनाव क्यों नहीं लड़ते। मैंने भी उनसे कहा कि मेरी पहचान छिंदवाड़ा से है। कम ही लोगों ने सौसर का नाम सुना है। कमलनाथ ने कहा कि उन्हें चुनाव सौंसर से लड़ना है या छिदवाड़ा से ,इस बारे मेंं कुछ समय बाद तय करेंंगे। उन्होंने कहा कि उनका न तो मुख्यमंत्री बनने का लक्ष्य है और न ही उनके द्वारा कभी भी ऐसी कोई इच्छा ही जताई गई है। कांग्रेस मेंं चुनाव जीतने के बाद ही तय होगा कि मुख्यमंंत्री कौन होगा। नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश को घोटाला प्रदेश बना दिया है। पहले स्कूल की छत लीक करती थी अब पेपर भी लीक हो जाते हैं। आज ऐसा कोई वर्ग नहीं है जो परेशान नहीं हो। किसान का सत्यानाश, युवाओं का सत्यानाश, पोषण का सत्यानाश, निवेश का सत्यानाश, शिक्षा एवं स्वास्थ्य का सत्यानाश, गौवंश का सत्यानाश। कौन सी ऐसी चीजे हैं, मैंने तो कुछ ही चीजें बोली हैं। नौजवानों के भविष्य की सबसे बड़ी चिंता है।