राजधानी भोपाल की सभी जगाहों से हटेगा हमीदिया शब्द! नाम बदलने की मांग तेज

मध्यप्रदेश में इन दिनों नाम बदलने की सियासत जारी है। बीते दिनों प्रदेश के कई शहरो और गांवों के नाम बादले गए। इसी की में अब राजधानी भोपाल में एक और नाम बदलने की मांग की गई है। इस बार भोपाल की सभी जगाहों से हमीदिया नाम को हटाने की मांग की गई है।;

Update: 2023-06-13 05:34 GMT

Hamidia Name Change : मध्यप्रदेश में इन दिनों नाम बदलने की सियासत जारी है। बीते दिनों प्रदेश के कई शहरो और गांवों के नाम बादले गए। इसी की में अब राजधानी भोपाल में एक और नाम बदलने की मांग की गई है। इस बार भोपाल की सभी जगाहों से हमीदिया नाम को हटाने की मांग की गई है।

दरअसल, भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सीएम शिवराज से हमीदिया स्कूल, हमीदिया अस्पताल, हमीदिया रोड़ के नाम बदलने की मांग की है। इसके लिए सूर्यवंशी ने सीएम शिवराज को एक पत्र भी लिखा है।


पत्र में सूर्यवंशी ने कहा है कि नवाब हमीदुल्ला ने भोपाल को पाकिस्तान में विलय करने की कोशिश की थी। जिसके चलते दो साल की देरी से आजादी मिली। इन बातों से जाहिर होता है कि हमीदुल्ला को भारत से प्रेम नहीं था। ऐसे में उसके नाम पर अस्पताल, स्कूल और सड़क नहीं होना चाहिए। इसलिए इन स्थानों के नाम बादल देने चाहिए। हमीदिया की जगह देशभक्तों के नाम कर देना चाहिए।

आपको बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के समीप गांव बेहट का नाम तानसेन नगर किया था। बेहट गांव मशहूर संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली है। सीएम शिवराज ने ग्राम बेहट में इसकी घोषणा की थी।

इससे पहले राजधानी भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति किया था। वही भोपाल के इस्लाम नगर का नाम जगदीशपुर कर दिया गया था। इसके अलावा ऐशबाग स्टेडियम का नाम स्वर्गीय कैलाश नारायण सांरग स्टेडियम किया गया था।

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