kuno national park: कूनो नेशनल पार्क से एक और दुखद खबर, 3 चीतों के बाद एक शावक की मौत
कूनो राष्ट्रीय वन में हाल ही में जन्में 4 शावकों में से एक शावक की मौत हो गई है। यहां चीतों की मौत का सिलसिला जारी है। इससे पहले 9 मई को मादा चीता दक्षा की मौत हो गई थी। दक्षा की मौत को लेकर बताया गया था कि 2 चीतों को एक साथ बाड़े में छोड़ा गया था।;
mp national park news कूनो। कूनो राष्ट्रीय वन (kuno national park) में हाल ही में जन्में 4 शावकों में से एक शावक (a cub) की मौत (death) हो गई है। यहां चीतों (cheetahs) की मौत का सिलसिला जारी है। इससे पहले 9 मई को मादा चीता दक्षा (dakcha) की मौत हो गई थी।
दक्षा की मौत को लेकर बताया गया था कि 2 चीतों को एक साथ बाड़े में छोड़ा गया था।जिसका मकसद कुनबे में बढ़ोत्तरी थी लेकिन बाड़े में हो रही चीतों की लड़ाई में मादा चीता दक्षा को अपनी जान गवानी पडी।
अब एक शावक की भी मौत हो गई
दक्षा की मौत से पहले कूनो वन में ही 2 चीते उदय और साशा भी मौत का शिकार हो चुके हैं। साशा ओर उदय की मौत का कारण किडनी फेलियर बताया गया। कूनो नेशनल पार्क में महज 3 महीने में ही 3 चीते जान गंवा चुके हैं, वहीं अब एक शावक की भी मौत हो गई।
हाल ही में हुआ 4 शावकों का जन्म
राष्ट्रीय वन में चीतों और शावक की मौत से पूरे वन अमले के दावों पर सवालिया प्रश्न खडे हो रहे हैं। मार्च, अप्रैल और मई के महीनों में यहां से बुरी खबरें आई है। यहां के जंगलों में नामीबिया और साउथ अफ्रीका से चीते लाए गये हैं। केन्द्र और राज्य सरकार ने बाहर से मंगाए गए चीतों पर इतना अधिक खर्च किया है। इसके बावजूद भी चीतों की मौत की खबरें सामने आ रही हैं। कूनो बवन में कुल 20 चीते दो बार की खेप में लाए गए हैं।
3 चीतों की मौत हो जाने से अब यहां सिर्फ 17 चीते ही बचे हैं। हॉल ही में मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया। जिससे चीतों की संख्या में हो रही बढोत्तरी पर खुशी की भी खबर सामने आई। इनमें से एक शावक की मौत हो जाने से फिर सवाल खड़े हो रहे हैं।