सोना होगा और सोणा, कल से हॉलमार्किंग अनिवार्य का दूसरा चरण, जानिए सोने के गहनों पर हर रोज लग रहे कितने हॉलमार्क

सोने की ज्वैलरी और कलाकृतियों की अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण की शुरुआत 1 जून से होगी। केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने पहले चरण के तहत 256 जिलो में अनिवार्य हॉलमार्किंग को सफलतापूर्वक लागू किया है। पहला चरण 23 जून 2021 से शुरू किया गया था। रोजाना देशभर में 3 लाख से ज्यादा स्वर्ण आभूषणों पर हॉलमार्क लगाया जाता है।;

Update: 2022-05-31 05:48 GMT

भोपाल। सोने की ज्वैलरी और कलाकृतियों की अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण की शुरुआत 1 जून से होगी। केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने पहले चरण के तहत 256 जिलो में अनिवार्य हॉलमार्किंग को सफलतापूर्वक लागू किया है। पहला चरण 23 जून 2021 से शुरू किया गया था। रोजाना देशभर में 3 लाख से ज्यादा स्वर्ण आभूषणों पर हॉलमार्क लगाया जाता है।

गौरतलब है कि इस दूसरे में तीन अतिरिक्त कैरेट (20, 23 और 24) की हॉलमार्किंग की व्यवस्था की जाएगी और मध्य प्रदेश के उज्जैन तथा छतरपुर समेत 13 राज्यों के 32 नए जिले शामिल किए जाएंगे। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश नोटिफाई कर दिया गया है। अत: बीआईएस हॉलमार्किंग का निशान सोने की शुद्धता की पहचान है।

हॉलमार्किंग में 20 कैरेट, 23 कैरेट और 24 कैरेट शामिल

जानकारी के अनुसार डिमांड और लोगों की सुविधा को देखते हुए सरकार ने सोने की अनिवार्य हॉलमार्किंग को देशभर में लागू करने का फैसला किया, हालांकि इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। पहले 23 जून 2021 को देश के 256 जिलों में इसे लागू किया गया। अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण के दायरे में स्वर्ण आभूषणों के तीन अतिरिक्त कैरेट यानी 20 कैरेट, 23 कैरेट और 24 कैरेट को शामिल किया गया है।

असली-नकली सोने की पहचान

सोना खरीदने से पहले अगर आप सोने की शुद्धता को लेकर परेशान है तो अब आपकी मुश्किल आसान हो जाएगी। बीआईएस हॉलमार्किंग के निशान को देखकर आप सोने की शुद्धता को परख सकते हैं। ये बीआईएस हॉलमार्क सोने की शुद्धता की गारंटी होती है। भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान और हॉलमार्किंग सेंटर का लोगो आभूषण पर बना होता है। इसे ठीक से जांचकर आप सोने की शुद्धता को जांच सकते हैं।

हॉलमार्किंग होने से शुद्धता की गारंटी

गोल्ड ज्वैलरी पर हॉलमार्किंग होने से उसकी शुद्धता की गारंटी मिल जाती है। सरकार द्वारा गोल्ड ज्वैलरी पर हॉलमार्किंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। हॉलमार्किंग को अनिवार्य किया गया है। ऐसे में सरकार अब पहली जून से सोने के आभूषणों पर अनिवार्य हॉलमार्किंग का दूसरा चरण शुरू करेगी।

आभूषणों की गुणवत्ता पता करने का शुल्क

मंत्रालय ने कहा बीआइएस ने चिह्नित केंद्रों पर सामान्य उपभोक्ताओं के लिए बिना हॉलमार्क वाले आभूषणों की गुणवत्ता पता करने का भी प्रवधान किया है। चार आभूषणों की गुणवत्ता 200 रुपए में पता की जा सकती है। पांच या ज्यादा आभूषण होने पर प्रत्येक आभूषण के लिए 45 रुपए का शुल्क तय किया गया है।

प्रति आभूषण 35 रुपए लगेगी हॉलमार्किंग फीस

पिछले साल जुलाई से सरकार ने सोने के आभूषणों पर शुद्धा के प्रतीकों में भी परिवर्तन किया था। अब हालमार्किंग में बीआईएस लोगो, शुद्धता ग्रेड और छह अंकों का अल्फान्यूमेरिकल कोड अंकित करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसे एचयूआईडी कहा जाता है। एक जून से ग्राहक को हॉलमार्किंग फीस के रूप में सोने के आभूषण पर प्रति आभूषण 35 रुपए चुकाने होंगे।

Tags:    

Similar News