रेलवे की पहली हेरिटेज ट्रेन के जरिए छात्रों ने इस तरह यादगार बनाया पर्यटन दिवस
बीएसएसएस छात्रों का एजुकेशन टूर, पहुंचे हेरिटेज रेल ट्रिप पातालपानी-कलाकुंड, छात्रों ने कलाकुंड में केक काटने की रस्म के साथ विश्व पर्यटन दिवस मनाया और खुशहाल विश्व पर्यटन पर गीत गाकर दिन को यादगार बना दिया। ट्रेन 9.5 किमी की दूरी झरने और हरी-भरी पर्वत श्रृंखला में छह स्थानों पर रुक कर शानदार नजारे के बीच तय करती है।;
भोपाल। विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में द भोपाल स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के टूर एंड ट्रैवल मैनेजमेंट तथा हिस्ट्री के छात्रों ने एजुकेशन टूर - हेरिटेज रेल ट्रिप पातालपानी-कलाकुंड जाकर इस दिन को एक यादगार दिन के रूप में चिह्नित किया। बीएसएसएस कॉलेज के इतिहास में पहली बार था कि छात्रों ने विश्व पर्यटन दिवस मनाने के लिए ओपन गतिविधियों में भाग लिया। महामारी के बाद विश्व पर्यटन/विरासत दिवस समिति द्वारा वाणिज्य विभाग के सहयोग से पातालपानी-कलाकुंड हेरिटेज रेल टूर के लिए इंदौर की एक दिवसीय यात्रा आयोजित की गई। इंचार्ज डॉ. सुषमा सुनीता टिर्की व टीम की सदस्य डॉ. विभा राठौर व डॉ. प्रशांत धागे छात्रों के साथ रेल टूर इंदौर पहुंचे।
ब्रिटिश युग की रेल लाइन में से एक है....
यह मध्य प्रदेश में भारतीय रेलवे की पहली हेरिटेज ट्रेन है, जो पातालपानी और कालाकुंड के बीच 140 साल पुराने पश्चिमी रेलवे का ट्रैक रिकॉर्ड है, 1887 में एक पुरानी ब्रॉड गेज रेल ट्रैक है, जिसे पातालपानी - कलाकुंड हेरिटेज रेल के रूप में जाना जाता है। एक सवारी में 4 सुरंगें, 41 पुल और 24 तीखे मोड़ हैं जो अनुभव को और अधिक आकर्षक बनाते हैं। यह पुराने ब्रिटिश युग की रेल लाइन में से एक है, जिसे ब्रॉड गेज रेल लाइन में बदल दिया गया है।यह ट्रेन 9.5 किमी की दूरी झरने और हरी-भरी पर्वत श्रृंखला में छह स्थानों पर रुक के शानदार नजारे के बीच तय करती है।
बातचीत कर वहाँ के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की..
छात्रों ने कलाकुंड में केक काटने की रस्म के साथ विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया और खुशहाल विश्व पर्यटन पर गीत गाकर दिन को यादगार बना दिया गया। इस यात्रा के दौरान छात्रों ने पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर वहाँ के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की, साथ ही स्वच्छता अभियान चलाकर पर्यटन को बढ़ावा देने की मुहिम छेड़ी।