वन विहार में पर्यटक नहीं देख सकेंगे जेब्रा और जिराफ, सेंट्रल जू अथाॅरिटी को भेजा था प्रस्ताव, नहीं मिली अनुमति

वन विहार में पर्यटक फिलहाल जेब्रा और जिराफ को नहीं देख सकेंगे। दोनों ही वन्य प्राणियों को इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर वन विहार में लाने की योजना थी, लेकिन सेंट्रल जू अथॉरिटी से अनुमति न मिलने के कारण फिलहाल दोनों ही वन्य प्राणियों को वन विहार लाने की योजना अधर में चली गई है। बता दें कि वन मंत्री विजय शाह ने सितंबर 2022 में घोषणा की थी कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर भोपाल में जेब्रा और जिराफ ले आएंगे।;

Update: 2023-03-11 11:01 GMT

भोपाल। वन विहार में पर्यटक फिलहाल जेब्रा और जिराफ को नहीं देख सकेंगे। दोनों ही वन्य प्राणियों को इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर वन विहार में लाने की योजना थी, लेकिन सेंट्रल जू अथॉरिटी से अनुमति न मिलने के कारण फिलहाल दोनों ही वन्य प्राणियों को वन विहार लाने की योजना अधर में चली गई है। बता दें कि वन मंत्री विजय शाह ने सितंबर 2022 में घोषणा की थी कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर भोपाल में जेब्रा और जिराफ ले आएंगे। इसके बाद वन विहार प्रबंधन ने दोनों वन्य प्राणियों को लाने के लिए कवायद शुरू की थी।

खरीदकर लाया जाएगा भोपाल

राष्ट्रीय उद्यान में वन्यप्राणी एक्सचेंज (आदान-प्रदान) कार्यक्रम के तहत लाए जाते हैं। इसके लिए दो राष्ट्रीय उद्यानों या चिड़ियाघरों के बीच वन्‍य प्राणियों का आदान-प्रदान किया जाता है। जेब्रा और जिराफ मूलत: भारत के वन्य प्राणी नहीं हैं। ऐसे में एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जेब्रा व जिराफ वन विहार को नहीं मिल सकते हैं। ऐसे में अधिकारी अफ्रीका या अरब देशों से दोनों वन्य प्राणियों को खरीदकर वन विहार ला सकते हैं। लेकिन इसके पूर्व दोनों ही जेब्रा व जिराफ एक विस्तृत अध्ययन किया जाएगा, जिसमें दोनों के खानपान और विभिन्न मौसमों में इन पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन किया जाएगा।

भारत के 11 चिड़ियाघरों में मौजूद हैं जिराफ 

भारत के 11 चिड़ियाघरों में वर्तमान में जिराफ मौजूद हैं। एक वर्ष पहले लखनऊ में इजरायल से दो नर और एक मादा जेब्रा को लाया गया था। इसके लिए लखनऊ चिड़ियाघर को सात वर्षों की कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। यहां पर अंतिम जेब्रा बंकित की मौत 2015 में हो गई थी। वहीं जयपुर के नाहरगढ़ बायोलाजिकल पार्क 2018 से और पटना चिड़ियाघर 2022 से जेब्रा और जिराफ के लिए प्रयासरत हैं। पटना चिड़ियाघर को दक्षिण अफ्रीका से दोनों वन्य प्राणी जल्दी मिल सकते हैं। जयपुर के नाहरगढ़ बायोलाजिकल पार्क के अधिकारी केन्‍या और अरब देशों के चिड़ियाघरों के संपर्क में हैं।

इनका कहना है

प्रबंधन द्वारा दोनों वन्य प्राणियों को लाने के लिए प्रस्ताव बनाकर सेंट्रल जू अथाॅरिटी को भेज दिया गया है। अनुमति मिलते ही जेब्रा और जिराफ को वन विहार लाने के लिए तैयारी शुरू की जाएगी।

एसके सिन्हा, असिस्टेंट डायरेक्टर वन विहार

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