ट्रेनें ठसाठस: स्लीपर कोच हुए जनरल जैसे, टॉयलेट में सफर बना मजबूरी
रक्षाबंधन त्यौहार के चलते ट्रेनों में रेलमपेल देखने को मिल रही है। भोपाल स्टेशन पर भी अधिक भीड़ देखने को मिली।;
भोपाल। रक्षाबंधन त्यौहार के चलते ट्रेनों में रेलमपेल देखने को मिल रही है। भोपाल स्टेशन पर भी अधिक भीड़ देखने को मिली। हालांकि दिनभर ही यात्रियों की औसतन संख्या देखने को मिली। तो वहीं शाम के समय 5:30 के बाद तो स्टेशन पर पैर रखने तक के लिए जगह नहीं दिखाई दे रही थी। राज्यरानी एक्सप्रेस शाम के समय जैसे ही प्लेटफार्म पर लगी। ट्रेन में सवार होने को लेकर लोगों की आपा-धापी मच गई। कई लोग पटरी के पास खड़े होकर दूसरी साइट से बैठने की कोशिश करते नजर आए।रक्षाबंधन पर्व के दो दिन पहले सोमवार को स्टेशन पर अन्य दिनों की अपेक्षा 10 हजार अधिक यात्री पहुंचे। जिससे प्लेटफार्म व गाड़ियों में भीड़ बढ़ गई। इसके चलते भोपाल सहित कई स्टेशनों से जाने वाली ट्रेनें यात्रियों से फुल देखने को मिली। लोग ट्रेन के टॉयलेट में बैठकर सफर करते नजर आए।
90 हजार यात्री पहुंचे
रेलवे सूत्रों के अनुसार रोजना करीब 60 से 70 हजार यात्री सफर करते है। लेकिन रक्षाबंधन पर्व के चलते अन्य दिनों की अपेक्षा डेट गुना से अधिक यात्री पहुंचे। सोमवार को इसके चलते रेलवे की ओर से टिकट काउंटर पर अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई।
कोच में खड़े होने तक की जगह नहीं
रक्षाबंधन त्योहार के चलते ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ इस कदर उमड़ी रही है कि यात्रियों को खड़े होने तक की जगह नहीं मिल रही है। सामान्य दिनों में भीड़ का जो नजारा जनरल कोच में नजर आता था, वैसा ही नजारा स्लीपर कोच में देखने में मिल रहा है।
भोपाल स्टेशन पर भीड़
सोमवार से रक्षाबंधन पर्व को लेकर जाने वाले यात्रियों के चलते भोपाल से चलने और गुजरने वाली ट्रेनों में खासी यात्रियों की भीड़ देखी जा रही है। भोपाल स्टेशन में यात्रियों को भारी भीड़ देखने को मिल रही है। ऐसे में आरपीएफ व जीआरपी को व्यवस्था बनाए रखने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।इन ट्रेनों में यात्रियों की अधिक भीड़ देखने मिली: भोपाल स्टेशन पर राज्यरानी,कुशीनगर एक्सप्रेस, दक्षिण एक्सप्रेस, सहित अन्य ट्रेनों जैसे ही प्लेटफार्म पर आई यात्री उनमें सवार होने के लिए के दौड़ते देखे जा रहे थे। कई लोग तो रेलवे ट्रैक पार कर ट्रेन के अंदर जाने की मशक्कत करते नजर आए। इस दौरान ट्रेन में बैठे यात्रियों से उनका विवाद हुआ।