ठेकेदार से बिल पास करने के एवज में रिश्वत लेने वाले दो अफसर रंगेहाथों गिरफ्तार, लपेटे में सब-इंजीनियर भी
मध्यप्रदेश लोकायुक्त की एक टीम ने सागर जिले में नगर पंचायत के सीएमओ और अकाउंटेंट को रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। वे सरकारी निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदार से बिल पास करने के एवज में रिश्वत ले रहे थे। कमीशनखोरी के इस खेल में शामिल सब इंजीनियर को भी जांच टीम ने अपने निशाने पर ले लिया है, मौके पर न होने के कारण सब इंजीनियर फिलहाल गिरफ्त से बाहर है। पढ़िए पूरी खबर-;
भोपाल। तेंदूखेड़ा नगर पंचायत के सीएमओ व अकाउंटेंट को लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने मंगलवार को 1 लाख रुपए की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। दमोह जिले की तेंदूखेड़ा नगर पंचायत सीएमओ प्रकाश पाठक व अकाउंटेंट जितेंद्र श्रीवास्तव ने एक ठेकेदार से 1 लाख रुपए की रिश्वत ली थी। इस मामले में एक सब इंजीनियर भी लिप्त बताया जाता है। इसकी पुष्टि 'हरिभूमि भोपाल' से चर्चा में सागर लोकायुक्त के एसपी रामेश्वर सिंह यादव ने की है।
वह तीसरा आरोपी है, जिसकी जांच चल रही है। दीगर तथ्य है कि सीएमओ व अकाउंटेंट ने यह रिश्वत अपने कार्यालय में ही ग्रहण की। जबकि पहले से ऑफिस के आजू-बाजू में तैनात लोकायुक्त पुलिस आवेदक द्वारा रिश्वत देते ही मौके पर आ धमकी। तत्काल सीएमओ व अकाउंटेंट को रंगेहाथ पकड़ा गया। सागर लोकायुक्त एसपी यादव के मुताबिक नगर पंचायत तेंदूखेड़ा में होने वाले निर्माण कार्यों की ठेकेदारी करने के लिए यह रिश्वत सीएमओ पाठक व अकाउंटेंट श्रीवास्तव ने ग्रहण की थी। जबकि मंगलवार को मौके पर सब इंजीनियर नहीं था, लेकिन वह भी इस भ्रष्टाचार में शामिल है। इस मामले की शिकायत ठेकेदार बड़ेरिया ने की थी। शिकायतकर्ता बड़ेरिया ने बताया कि वह नगर पंचायत में ठेकेदारी करते हैं, और कुछ माह पहले ही उन्होंने नाली और सीसी सड़क का निर्माण कराया था। सीएमओ उनसे 13 प्रतिशत का कमीशन मांग रहे थे, जो उसकी क्षमता के बाहर था। कमीशन न देने के कारण सीएमओ द्वारा उसके बिल पास नहीं किए जा रहे थे। कई बार अनुरोध किया, लेकिन सीएमओ ने उनकी नहीं सुनी। इसलिए उन्होंने मजबूर होकर सागर लोकायुक्त में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
कार्यालय में ही ले ली 1 लाख की रिश्वत
शिकायत दर्ज कराने के बाद लोकायुक्त टीम ठेकेदार के साथ सीएमओ कार्यालय पहुंची और सीएमओ, एकाउंटेंट से और एक सब-इंजीनियर से लेन-देन 1 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। मंगलवार को रुपए देने की बात हुई थी। लोकायुक्त टीम ने उन्हें कैमिकल लगे नोट दिए और जैसे ही सीएमओ, अकाउंटेंट ने उन नोटों को लिया, लोकायुक्त टीम ने दोनों को पकड़ लिया।
ड्यूटी पर नहीं था सीएमओ
इस मामले में जो सब-इंजीनियर शामिल है, वह ड्यूटी पर न होने के कारण कार्रवाई से बच गया है। हालांकि लोकायुक्त पुलिस ने उसे आरोपी बनाया है। अभी तक कार्रवाई जारी है।
सब इंजीनियर तीसरा आरोपी है : एसपी लोकायुक्त
रामेश्वर सिंह यादव, एसपी (लोकायुक्त पुलिस) सागर रामेश्वर सिंह यादव का कहना है कि तेंदूखेड़ा नगर पंचायत सीएमओ प्रकाश पाठक व अकाउंटेंट जितेंद्र श्रीवास्तव के साथ सब इंजीनियर अशोक भी आरोपी है। वह मौजूद नहीं था, लेकिन 1 लाख रुपए की रिश्वत मामले में लिप्त है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।