केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा- शिवराज ने आदिवासियों को जंगल का मालिक बनाया, यह कह कर भी की मुख्यमंत्री की तारीफ

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाेपाल दौरे के दौरान जंबूरी मैदान में आयाजित वनवासियों के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वे देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने आदिवासियों को जंगल का मालिक बना दिया।;

Update: 2022-04-22 11:02 GMT

भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाेपाल दौरे के दौरान जंबूरी मैदान में आयाजित वनवासियों के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वे देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने आदिवासियों को जंगल का मालिक बना दिया। तेंदुपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो विचारधारा है, गरीब से गरीब को अधिकार मिले, उस स्वप्न को शिवराज सिंह साकार करने का काम कर रहे हैं। शाह ने मध्यप्रदेश के 26 जिलों में स्थित 28 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने के निर्णय की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। शाह और मुख्यमंत्री ने 'वन समितियों का सम्मेलन' में हितग्राहियों को तेंदूपत्ता के लाभांश का वितरण किया।

शिवराज ने कहा- जल, जंगल, जमीन आपकी

सम्मेलन के प्रारंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासियों से कहा कि ये जल, जमीन, जंगल आपके हैं। अब जंगल आप ही बचाओगे। जंगल आपको सौंप दिए गए हैं, वन विभाग सिर्फ सहयोग करेगा। जंगल की लकड़ी जितने में बिकेगी, उसका 20 फीसदी आदिवासियों को मिलेगा। तेंदूपत्ता तुड़वाने के अभी 250 रुपए प्रति 100 ग​ड्डी दिए जाते थे, अब वह बढ़ाकर 300 रुपए प्रति 100 गड्डी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को पौधा भेंट कर स्वागत किया। सागर के कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य से शाह का स्वागत किया। कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री के अलावा नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, ज्योतिरादित्य सिंधिया, एल मुरूगन, प्रहलाद सिंह पटेल, अजय कुमार मिश्रा, निशिथ प्रमाणिक के अलावा प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह के साथ शिवराज मंत्रिमंडल के अधिकांश सदस्य भी मौजूद रहे।

यह भी बोले अमित शाह

-आज एक ही बार में 827 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों को परिवर्तन किया है। ये आपके जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन लाने का फैसला है। राज्य में हमारा भी हिस्सा है, इस अधिकार के साथ आज यहां से जा रहे हैं।

-मध्यप्रदेश में 21% अनुसूचित जनजाति की आबादी रहती है। जब तक जनजातीय भाइयों-बहनों का कल्याण नहीं होता, प्रदेश का कल्याण नहीं होता।

-पहली बार देश में कोई राज्य सरकार जंगलों का मालिक जनजाति भाइयों को बनाने का काम कर रही है। पहली बार जंगल से जो भी कमाई होती है। इसका 20% हिस्सा वन समिति के हाथ में सौंपकर आपको इसका सीधा मालिक बनाने का काम किया है।

-दस साल में सकल घरेलू उत्पाद में 200% की वृद्धि मध्यप्रदेश ने की है। ये रुकने वाले कार्य नहीं है। जितने भी कार्य जनजातीय भाइयों के लिए हमने घोषित किए हैं, वे सभी पूरे होंगे।

-2022 के अंत के पहले अपना घर देने का संकल्प मोदीजी ने किया, हर घर में बिजली पहुंचाने, शौचालय बनाने का काम समाप्त हो गया है। हर घर में जल, नल से पहुंचाने का प्रयोग शुरू हो गया है, जो 2024 तक पूरा हो जाएगा।

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