UJJIAN NEWS; पुलिस प्रसाशन की अनोखी पहल, अब हर ऑटो में चिपकाया जाएगा QR CODE, मिनटों में ड्राइवर की मिलेगी पूरी जानकारी
महाकाल की नगरी उज्जैन में लगातार बढ़कर रहे दुष्कर्म और जुर्म की घटना को देखते हुए उज्जैन पुलिस द्वारा एक UNIQUE एप्लीकेशन लॉन्च किया जा रहा है। जिसको स्कैन करते ही पलभर में युवती की सारी जानकारी सामने आ जाएगी। बता दें कि यह एप्लीकेशन खास तौर पर ऑटो ड्राइवर के लिए लॉन्च किया जा रहा है।;
उज्जैन ; महाकाल की नगरी उज्जैन में लगातार बढ़कर रहे दुष्कर्म और जुर्म की घटना को देखते हुए उज्जैन पुलिस द्वारा एक UNIQUE एप्लीकेशन लॉन्च किया जा रहा है। जिसको स्कैन करते ही पलभर में युवती की सारी जानकारी सामने आ जाएगी। बता दें कि यह एप्लीकेशन खास तौर पर ऑटो ड्राइवर के लिए लॉन्च किया जा रहा है। ताकि ऑटो सवार पैसंजर को ऑटो ड्राइवर के बुरी नियत का शिकार न होना पड़े। खास तौर पर महिला और बच्चिया को । बता दें कि हाल ही में 12 साल की बच्ची के साथ उज्जैन में ऑटो में दुष्कर्म किया गया था। जिसके बाद से उज्जैन पुलिस पर तरह तरह के आरोप लगाए जा रहे थे। जिसको देखते हुए पुलिस प्रसाशन द्वारा यह कदम उठाया गया है।
शहर के सभी आटो व ई रिक्शा की दी जाएगी जानकारी
बता दें कि इस क्यूआर कोड को शहर के सारे आटो व ई रिक्शा में लगाया जाएगा। साथ ही हर ड्राइवर की जानकारी यातयात पुलिस द्वारा जुताई जा रही है। ताकि एप में सभी की जानकरी उपलब्ध रहे। एप में शहर के सभी आटो व ई रिक्शा की जानकारी रहेगी। यात्री सवार होने पर क्यूआर कोड स्कैन कर सकेंगे, जिससे उन्हें आटो व चालक की पूरी जानकारी मिल जाएगी। इसे स्वजन को भेजा भी जा सकता है। इस कदम के जरिए लूटपाट और दुष्कर्म की वारदात पर लगाम लगाया जा सकेगा ।
प्ले स्टोर से एप को किया जा सकेगा डाउनलोड
यह मोबाइल एप महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रख बनाया जा रहा है। प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। हर ऑटो रिक्शा में क्यूओर कोड चस्पा रहेगा। रिक्शा में सवार होते समय महिलाएं अपने स्मार्ट फोन से आटो व ई रिक्शा की स्क्रीन पर लगा कोड स्कैन करेगी तो उसका पूरा रिकार्ड आ जाएगा। यात्री इस जानकारी को स्वजन को भी भेज सकेंगे। इसके बाद रास्ता भी ट्रैक किया जा सकेगा। ट्रैफिक पुलिस इसके लिए शहर में चलने वाले करीब 10 हजार ऑटो रिक्शा व ई रिक्शा का डेटा उपलब्ध कर रही है।
यह रहेगा खास
शहर में चलने वाले सभी आटो व ई रिक्शा के नंबर का रिकार्ड रहेगा।
- दूसरे दौर में मैजिक, टैक्सी को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
- वाहन मालिक, चालक का नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज रहेगा।
- जीपीएस के जरिए लोकेशन भी ली जा सकेगी।
- एसओएस विकल्प भी मौजूद रहेगा जिसमें स्वजन का नंबर जोड़ा जा सकेगा। खतरा लगने पर एसओएस बटन के जरिए स्वजन को अलर्ट किया जा सकेगा।