पुलिसकर्मी का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल, घूस लेकर भी बच्चे पर मामला दर्ज करने का आरोप
आरोप है कि महिला से नाबालिग बच्चों को छुड़ाने के लिए 4,000 रुपए लेने के बाद एक बच्चे को छोड़कर दूसरे बच्चे के खिलाफ अपराध दर्ज कर दिया गया। पढ़िए पूरी खबर-;
सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी में पुलिसकर्मी का रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो धनोरा थाना का है, जहां महिला से नाबालिग बच्चों को छुड़ाने के लिए 4,000 रुपए लेने के बाद एक बच्चे को छोड़कर दूसरे बच्चे के खिलाफ अपराध दर्ज कर दिया गया। हरिभूमि इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
क्या है पूरा मामला
धनोरा थाना क्षेत्र के भासुडा पिपरिया निवासी नेमती विश्वकर्मा का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में बताया जा रहा है कि- 'हम उपरोक्त क्षेत्र के रहने वाले हैं और हमारे घर मेहमान आए हुए थे जिनके लिए शराब लेने के लिए बच्चों को भेजे थे वह बच्चे डेढ़ लीटर शराब लेकर घर आ रहे थे तभी आकाश और रोहित नामक पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और थाने ले आए। जब नेमती विश्वकर्मा थाने पहुंची तो वहां पर मौजूद आरक्षक आअकाश शरणागत और एएसआई एन पी ठाकुर जिन्होंने गाड़ी के कागज मंगवाए। नेमती विश्वकर्मा के द्वारा गाड़ी के कागजात देने के बाद नेमती विश्वकर्मा को अपमानजनक तरीके से बात करते हुए। एक बच्चे को छोड़ने की और दूसरे के लिए मामला दर्ज करने की बात की और चमकाते हुए पढ़ने वाले बच्चे हैं भविष्य खराब हो जाएगा 10,000 रुपए की मांग की।
नेमती विश्वकर्मा ने कहा कि साहब मेरे पास तो सिर्फ 1,000 रुपए हैं, तो उन्होंने बात नहीं मानी और सौदा 4000 रुपए में तय हुआ। सौदा तय होने के बाद 4,000 रुपए आकाश शरणागत को देने की बात कहीं थी। नेमती विश्वकर्मा और उनकी महिला साथी ने बताया कि इसके बाद 1 बच्चे को छोड़ दिया गया और दूसरे बच्चे पर मामला बना दिया गया है।
मामला बना तो भविष्य खराब होगा
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है जिसे धनोरा थाने का बताया जा रहा है। इस वीडियो में धनोरा थाने को लेकर आरक्षक और एएसआई का वीडियो बताया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि आरक्षक आकाश शरणागत और एएसआई ठाकुर नेमती विश्वकर्मा से पैसे के लेन-देन की बात कर रहे हैं और मामला बनाने की बात भी कर रहे हैं, जिसमें नेमती विश्वकर्मा हाथ जोड़ते हुए नजर आ रही है। पुलिस के द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि अगर मामला बना दिया गया तो नौकरी नहीं लगेगी इसलिए एक पर मामला बना रहे हैं, 1 बच्चों को छोड़कर साथ में गाड़ी भी छोड़ रहे हैं और बात नहीं मानी तो दोनों पर मामला बनेगा यहां कोई मोलभाव नहीं चलता।