एसीबी ने कांग्रेस के बागी विधायक विश्वेन्द्र सिंह और भंवरलाल शर्मा को नोटिस जारी किए
राजस्थान में सियासत की उठापटक का दौर जारी है। फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कांग्रेस के बागी विधायक विश्वेन्द्र सिंह और भंवरलाल शर्मा को ब्यूरो के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस जारी किए। ब्यूरो के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को नोटिस जारी कर उन्हें तीन दिन के भीतर ब्यूरो में पेश होने को कहा है।;
जयपुर। राजस्थान में सियासत की उठापटक का दौर जारी है। फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कांग्रेस के बागी विधायक विश्वेन्द्र सिंह और भंवरलाल शर्मा को ब्यूरो के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस जारी किए। ब्यूरो के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को नोटिस जारी कर उन्हें तीन दिन के भीतर ब्यूरो में पेश होने को कहा है। ओडियो क्लिप की बातचीत में सरकार को अस्थिर करने के षडयंत्र के मामले में ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की थी।
कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी जिन्होंने तीन ऑडियो टेप पेश किये थे, उनकी शिकायत पर तीन एफआईआर दर्ज की गई थी। दो ऑडियो टेप में विधायक भंवर लाल शर्मा कथित रूप से संजय जैन और गजेन्द्र सिंह नाम के व्यक्तियों से षडयंत्र और धन के बारे में बातचीत कर रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ऑडियो टेप में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह ही है जो भवंरलाल शर्मा से बातचीत कर रहे है। तीसरे ऑडियो टेप में दो व्यक्तियों के बीच बातचीत हो रही है लेकिन किसी का नाम नहीं बताया गया है।
हालांकि एसीबी सूत्रों ने बताया कि एक आवाज विश्वेन्द्र सिंह से मिलती जुलती है इसलिए उन्हें भी नोटिस जारी किया गया है। ऑडियो टेप के मामले में एसओजी ने दो प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले में संजय जैन को गिरफ्तार किया गया है जबकि एसओजी ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को नोटिस जारी किया है।
एसओजी की टीम कांग्रेस विधायक भंवरलाल को मामले में जांच के लिये ढूंढ रही है। वायरल हुए ऑडियो टेप में सरकार को अस्थिर करने के कथित षडयंत्र में भूमिका के लिए कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है और विश्वेन्द्र सिंह तथा भंवर लाल शर्मा को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।