अजय माकन को मिली राजस्थान की कमान, अविनाश पांडे की छुट्टी से गहलोत गुट नाराज

कांग्रेस आलाकमान ने पायलट की एक बड़ी मांग को मानते हुए पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने राज्य के प्रभारी अविनाश पांडे को हटाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को राजस्थान की जिम्मेदारी सौंपी है।;

Update: 2020-08-17 09:19 GMT

जयुपर। राजस्थान में पिछले एक महीने तक चले राजनीतिक संकट के खत्म होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। लेकिन ऐसा लगता नहीं है कि यह सियासी संग्राम अभी खत्म होने वाला है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की मांगों पर कांग्रेस हाईकमान ने अमल करना शुरू कर दिया है। दरअसल कांग्रेस आलाकमान ने पायलट की एक बड़ी मांग को मानते हुए पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने राज्य के प्रभारी अविनाश पांडे को हटाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को राजस्थान की जिम्मेदारी सौंपी है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के करीब डेढ़ साल के बाद माकन को नया जिम्मा मिला है और पांच साल के बाद कांग्रेस के केंद्रीय पदाधिकारी के तौर पर उनकी वापसी हुई है।

अविनाश पांडे को हटाए जाने के बाद गहलोत गुट नाराज

विधानसभा में बहुमत साबित होने के दो दिन बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वस्नीय नेता अविनाश पांडे को पद से हटाए जाने के बाद दोनों खेमों में एक बार से तकरार देखने को मिल सकती है। बता दें कि अविनाश पांडे गहलोत के करीबियों में शामिल थे। अचानक से उनको हटाए जाने की खबर से गहलोत गुट में खलबली मच गई है। गहलोत गुट के कई विधायक इस कार्रवाई से नाराज हैं।

पायलट गुट के बगावत की एक बड़ी वजह थे पांडे

पायलट कैंप की बगावत की एक वजह अविनाश पांडे की कार्यप्रणाली भी थी। पूर्व में कई बार सरकार में काम नहीं होने की शिकायतें पायलट और उनके समर्थक विधायकों ने अविनाश पांडे से की थी, लेकिन हर बार वो अनसुना कर देते थे। पायलट कैंप की राह में सबसे बड़ा रोड़ा अविनाश पांडे बने गए थे। पायलट की बगावत के दौरान विधायकों की बाड़ेबंदी के दौरान तमाम रणनीति पांडे के नेतृत्व में ही बनाई जा रही थी। यही नहीं पायलट कैंप के खिलाफ सबसे ज्यादा आक्रामक भी अविनाश पांडे ही रहे थे।

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