विधानसभा सचिवालय में ही धरने पर बैठे भाजपा विधायक, जानें आखिर क्या है मांग
राजस्थान में बसपा के विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के मामलें में भाजपा विधायक मदन दिलावर विधानसभा अध्यक्ष के फैसले की प्रति पाने की मांग को लेकर सोमवार को विधानसभा सचिवालय में कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गए। हालांकि धरने के बाद उन्हें स्पीकर के फैसले की कॉपी दी गई जिसके बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त किया।;
जयपुर। राजस्थान में बसपा के विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के मामलें में भाजपा विधायक मदन दिलावर विधानसभा अध्यक्ष के फैसले की प्रति पाने की मांग को लेकर सोमवार को विधानसभा सचिवालय में कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गए। हालांकि धरने के बाद उन्हें स्पीकर के फैसले की कॉपी दी गई जिसके बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त किया।
भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने राज्य में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर आपत्ति जताते हुए इन विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को दी थी। दिलावर के अनुसार, अध्यक्ष ने उनकी याचिका का निस्तारण कर दिया, लेकिन उन्हें उसकी प्रति नहीं मिली।
दिलावर ने बताया कि उन्हें कॉपी देने में जानबूझकर देरी की जा रही है। उन्होंने कॉपी शीघ्र देने का अनुरोध किया लेकिन नहीं मिलने के बाद वह विधानसभा सचिवालय में धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि कॉपी नहीं मिलने तक वह धरने पर बैठे रहेंगे।
दिलावर ने विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से कहा कि होना तो यह चाहिए था कि विधानसभा अध्यक्ष मेरा पक्ष भी सुनते और उसके बाद कोई फैसला करते। इससे मुझे संतुष्टि होती। दिलावर ने बताया कि वह आदेश की प्रति पाने के लिए विधानसभा सचिव के कार्यालय में कुछ देर धरने पर भी बैठे। उन्होंने कहा कि उन्हें अध्यक्ष के आदेश का सार उपलब्ध करा दिया गया है और आश्वस्त किया गया है कि विस्तृत आदेश की प्रति शाम तक उपलब्ध करा दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लखन मीणा, जोगेन्द्र अवाना और राजेन्द्र गुढ़ा ने 2018 विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर जीता था। ये सभी विधायक सितम्बर 2019 में बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे।