सचिन पायलट ने साधा निशाना, बोले- केन्द्र सरकार ने चुनौतीपूर्ण समय में किसानों के साथ विश्वासघात किया
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने नए कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने चुनौतीपूर्ण समय में किसानों के साथ विश्वासघात किया है। पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस विधेयक का विरोध पूरे देश में हो रहा है।;
जयपुर। संसद में पारित कूषि विधेयकों के खिलाफ मामला बढ़ता ही जा रहा है। किसान तो इन विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन कर ही रहे हैं वहीं केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष भी हमलावर हो रहा है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने नए कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने चुनौतीपूर्ण समय में किसानों के साथ विश्वासघात किया है। पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'इस विधेयक का विरोध पूरे देश में हो रहा है। खुद राजग के घटक दल इसका विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस ने आज पूरे देश में किसानों साथ खड़े होकर लड़ने का निर्णय किया अब इसको हम आगे भी लेकर जायेंगे लेकिन मैं मानता हूं कि केन्द्र सरकार ने एक चुनौतीपूर्ण समय में किसानों के साथ विश्वासघात किया है।' उन्होंने कहा, 'केन्द्र सरकार का सबसे पुराना घटक दल, अकाली दल इसका विरोध कर रहा है और जब अकाली दल के एक सांसद व कैबिनेट मंत्री को आप नहीं समझा पाये तो आप किसानों को क्या समझायेंगे।' पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधेयकों को जानबूझ कर ऐसे समय में लाया गया है जब अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है। कृषकों और किसानों को इससे बहुत हानि हो रही है और यह जानते हुए इसे जानबूझ कर पारित किया गया।'
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी यह मानती है कृषि क्षेत्र में निवेश हो, किसानों को उनकी उपज के बेहतर दाम मिले लेकिन आप एपीएमसी और मंडी को समाप्त कर एक नई व्यवस्था चालू करेंगे जिसमें कुछ उद्योगपति एकाधिकार कर लेंगे, इसका विरोध पूरे देश में हो रहा है और मैं समझता हूं कि कांग्रेस पार्टी अंतिम दम तक इस कानून का विरोध करेगी और किसानों के न्याय के लिये हम कोई कसर छोड़ने वाले नहीं हैं।
उदयपुर संभाग में हिंसक प्रदर्शन को लेकर पायलट ने कहा, 'हिंसक घटनाएं थमना राहत की बात है और सरकार ने भी निर्णय किया है वह विशेष अनुमति याचिका के साथ उच्चतम न्यायालय में जाएगी। हिंसा किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता।' उन्होंने कहा, 'क्षेत्र के नौजवानों से मेरा आग्रह है कि जो भी इनकी आपत्तियां हैं चाहे भर्तियों को लेकर है या किसी ओर को लेकर है, उन सब का समाधान कानून के दायरे में रहते हुए निकल सकता है।
सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि किसी न किसी प्रकार से समस्या का समाधान ढूंढा जा सके। कहीं—कहीं अपना हित साधने के लिये असमंजस फैलाने की कोशिश की गई और इसी का परिणाम है कि हिंसा हुई और यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि सड़कों को जाम किया गया और संपत्तियों को नष्ट किया गया।' राजस्थान के मामलों को लेकर कांग्रेस आलाकमान द्वारा गठित कमेटी के बारे में पायलट ने कहा, 'कमेटी की कुछ बैठक हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि मैं लगातार कमेटी के संपर्क में हूं, कमेटी के सदस्यों से मेरी बात हुई थी और मुझे विश्वास है कि जो—जो बिन्दु हमने रखे हैं उन पर समय रहते उचित और संतोषजनक कार्रवाई होगी।' मध्यप्रदेश में उप चुनावों में प्रचार के लिए जाने के बारे में पायलट ने कहा कि पार्टी मुझे जहां भी बोलेगी मैं वहां प्रचार के लिए जाउंगा। संगठन और सरकार में नियुक्तियों को लेकर उन्होंने कहा नयी नियुक्तियां होनी है और समय रहते हो जायेंगी।