Rajasthan: अशोक गहलोत के बयान पर राजे का पलटवार, बोलीं- यह एक साजिश

राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने रविवार को धौलपुर में कहा था कि वसुंधरा राजे ने उनकी सरकार बचाने में मदद की थी। इस पर पलटवार करते हुए आज राजे ने कहा कि यह गहलोत की एक साजिश है।;

Update: 2023-05-08 06:59 GMT

राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने रविवार को एक चौंकाने वाला खुलासा कर राजस्थान की राजनीति में सियासी भूचाल ला दिया था। गहलोत ने कहा था कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो अन्य नेताओं ने कांग्रेस विधायकों द्वारा 2020 के विद्रोह के दौरान उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी। इसके बाद सियासत में घमासान मच गया है। गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हार के डर से अशोक गहलोत झूठ बोल रहे हैं। जितना अपमान मेरा अशोक गहलोत ने किया है, उतना कोई व्यक्ति नहीं कर सकता है। वह राज्य कांग्रेस इकाई में बगावत से बौखला गए हैं।

धौलपुर में क्या बोला था अशोक गहलोत ने

राजस्थान के धौलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि तीन केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह (Amit Shah), गजेंद्र सिंह शेखावत और धर्मेंद्र प्रधान ने मिलकर मेरी सरकार को गिराने की साजिश रची थी। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि इन लोगों ने राजस्थान (Rajasthan) में पैसा बांटा और वे अब पैसा वापस नहीं ले रहे हैं। मुझे आश्चर्य है कि वे विधायकों से पैसा वापस क्यों नहीं मांग रहे है। गहलोत ने कांग्रेस के बागी विधायकों पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें भाजपा से लिए गए पैसे वापस करने चाहिए ताकि वे बिना किसी दबाव के अपना कर्तव्य निभा सकें। उन्होंने दावा किया भाजपा के तीन नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल और विधायक शोभरानी कुशवाहा के समर्थन के कारण मेरी सरकार बच सकी।

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सचिन पायलट और गहलोत के बीच आई थी दरार

साल 2020 में गहलोत के तत्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने उनके नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। महीने भर से चला आ रहा संकट पार्टी आलाकमान के दखल के बाद खत्म हुआ था। इसके बाद पायलट को उपमुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। सचिन पायलट ने एक बार फिर से बीते माह ही गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के शासन के दौरान हुए भ्रष्टाचार की जांच क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि जब हम लोगों के बीच वोट मांगने जाएंगे तो लोगों को क्या जवाब देंगे। जांच की मांग को लेकर सचिन पायलट एक दिन के अनशन पर भी बैठे थे।

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