भीलवाड़ा में जहरीली शराब ने ढाया कहर, चार लोगों की गई जान, पांच की हालत नाजुक

भीलवाड़ा में जहरीली शराब का लोगों पर कहर टूटा है। भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ थाना इलाके के सारण का खेड़ा गांव में जहरीली शराब पीने से एक महिला समेत 4 व्‍यक्तियों की मौत हो गई है। वहीं 5 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है।;

Update: 2021-01-29 06:18 GMT

भीलवाड़ा। राजस्थान में जहरीली शराब का एक और बड़ा मामला आया है। इससे पहले भरतपुर में इस तरह के कांड की खबर सामने आई थी अब भीलवाड़ा में जहरीली शराब का लोगों पर कहर टूटा है। भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ थाना इलाके के सारण का खेड़ा गांव में जहरीली शराब पीने से एक महिला समेत 4 व्‍यक्तियों की मौत हो गई है। वहीं 5 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। उनको उपचार के लिए जिला मुख्यालय के महात्‍मा गांधी चिकित्‍सालय में भर्ती कराया गया है। वहां उनका इलाज जारी है। एक ही गांव के 4 लोगों की जहरीली शराब से मौत होने के बाद सारण का खेड़ा गांव में मातम छाया हुआ है। बता दें कि इससे पहले भी भीलवाड़ा में जहरीली शराब पीने से मौतों की 2 घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस के मुताबिक मृतकों में महिला सतूड़ी समेत हजारी बैरवा, सरदार भाट और दलेल सिंह शामिल है। वहीं अस्‍पताल में उपचाररत पीड़ितों में भी दो महिलाएं शामिल हैं। अस्पताल में नीतू तथा मंजू के साथ लादू सिंह, भौम सिंह और गुल्‍ला का इलाज चल रहा है। मृतकों में शामिल दलेल सिंह की 3 माह पूर्व गत वर्ष 29 नवंबर को ही शादी हुई थी।

शराब के ठेकों पर लगाई सील

जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते एवं पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा गुरुवार मध्यरात्रि बाद एमजीएच होस्पिटल पहुंचे और घायलों की चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली। इसके बाद सुबह सारण का खेड़ा पहुंचे। दूसरी तरफ मांडलगढ़ आबकारी निरीक्षण विकास कुमार ने सारण का खेड़ा के निकट शराब के ठेकों को सीलबंद किया है साथ ही सैंपल लिए हैं एवं अग्रिम कार्रवाई जारी है।

जहरीली शराब से मौत की यह दूसरी घटना

जिले में जहरीले शराब से मौत की यह दो दशक में दूसरी बड़ी घटना है। इससे पूर्व वर्ष ५ मई २००४ में गुलाबपुरा के कवंलियास मेंं सात जनों की मौत हुई थी। यह अवैध शराब चुनाव के दौरान मतदाताओं को रिझाने के लिए लोकसभा चुनाव के दौरान बांटी गई थी। इसी प्रकार वर्ष २००८ में मांडल थाना क्षेत्र के अमरगढ़ व आसपास के गांवों में चार जनों की मौत हुई थी।

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