राम मंदिर शिलान्यास : राजस्थान के कई हिस्सों में पूजा पाठ का आयोजन, सीएम गहलोत व राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के शिलान्यास के अवसर पर राजस्थान के कई हिस्सों में अयोध्या जैसा मंजर देखने को मिला। यहां राज्य के कई हिस्सों में पूजा पाठ का आयोजन किया गया।;
जयपुर। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के शिलान्यास के अवसर पर राजस्थान के कई हिस्सों में अयोध्या जैसा मंजर देखने को मिला। यहां राज्य के कई हिस्सों में पूजा पाठ का आयोजन किया गया। ज्यादातर मंदिरों को अयोध्या की तरह सजाया गया। अलवर और अजमेर में अखंड रामायण के पाठ का आयोजन किया गया। वहीं इस ऐतिहासिक दिन पर प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने लोगों को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रार्थना की कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बने।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने के अवसर पर राज्य के कई शहरों में विशेष पूजा पाठ हुआ। अजमेर और अलवर में अखंड रामायण के पाठ का आयोजन किया गया। राज्यपाल ने अपने संदेश में इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि हमारा स्वप्न साकार हो रहा है। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा कि आज इस ऐतिहासिक दिन पर मैं प्रार्थना करता हूं कि लोग इस मंदिर को सांस्कृतिक एकता की दृष्टि से, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की दृष्टि से और वसुधैव कुटुबंकम के प्रतीक की दृष्टि से अनुभव करेंगे और मंदिर से उस प्रकार की प्रेरणा प्राप्त होगी ऐसा मेरा निश्चित विश्वास है। हमारा स्वप्न साकार हो रहा है। विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी ने अपने संदेश में कहा कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बने।'
उन्होंने लिखा कि भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में विशिष्ट स्थान रखते हैं। उनका जीवन हमें सच्चाई, न्याय, सभी की लिए समानता, करूणा और भाईचारा सिखाता है। हमें भगवान राम द्वारा सिखाए गए उन मूल्यों पर आधारित एक समतावादी समाज की स्थापना पर ध्यान देना होगा।'' पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा,''हमें विश्वास है यह भूमि पूजन एवं शिलान्यास ना केवल मन्दिर निर्माण का है, बल्कि एक नये भारत तथा नये युग का भी है। एक ऐसा भारत जहां सामाजिक सद्भावना का बोलबाला हो, विकास की गंगा बहे तथा हर व्यक्ति तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित हो।''