पुजारी के बेटे की गला रेतकर हत्या, आरोपी फरार, परिजनों ने अस्पताल में जमकर किया बवाल
राजस्थान में कोटा में हाल ही एक घटना के बाद इलाके में माहौल इस कदर बिगड़ गया है कि लोग दहशत में हैं। यहां कुछ युवकों ने एक बालक की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी। मकबरा थाना क्षेत्र में यह हत्या इतनी बेरहमी से हुई कि इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तार नहीं कर पाई है।;
कोटा। राजस्थान में कोटा में हाल ही एक घटना के बाद इलाके में माहौल इस कदर बिगड़ गया है कि लोग दहशत में हैं। यहां कुछ युवकों ने एक बालक की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी। मकबरा थाना क्षेत्र में यह हत्या इतनी बेरहमी से हुई कि इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मृतक बालक प्रिंस (15) शनिमंदिर के पुजारी दिनेश जोशी का बेटा है। घटना के बाद अस्पताल में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। सूचना पर एएसपी प्रवीण जैन, पुलिस उपाधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ सहित कई थानों के थानाधिकारी व पुलिस कर्मी एमबीएस अस्पताल पहुंचे और लोगों को शांत करवाया।
पुलिस ने बताया कि घंटाघर शनि मंदिर निवासी दिनेश जोशी का पुत्र प्रिंस (15), उबेस व वार्ड 34 की पार्षद नसरीन मिर्जा के बेटे रेहान का गुरुवार को चर्च के पास एक गली में दो तीन लडक़ों से झगड़ा हो गया था। दोनों पक्षों के परिजनों ने उन्हें समझा-बुझाकर घर ले गए। शुक्रवार शाम प्रिंस, रेहान व उबेस तीनों वहीं गए तो वे लड़के फिर मिल गए और कहासुनी के बाद उन लडक़ों ने तीनों पर चाकुओं से जानलेवा हमला कर दिया। परिजन घायलों को लेकर एमबीएस अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद प्रिंस (15) को मृत घोषित कर दिया। प्रिंस की गर्दन पर चाकू का गहरा घाव था। जबकि रेहान व उबेस के पेट व पीठ पर चाकू के मामूली घाव होने पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी। बेसुध हुई मां बेटे की मौत की खबर सुनते ही पिता दिनेश जोशी अस्पताल में पुलिस अधिकारियों को बार बार करते रहे कि पुलिस उसकी पहले सुन लेती तो उसके बच्चे की मौत नहीं होती। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ही कैथूनीपोल थाने में चाकूबाजी को लेकर शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया।
पिता का रो-रोकर बुरा हाल
जोशी पुलिस अधिकारियों से बार-बार कहता रहा कि आज मेरा बेटा मरा है, कल तुम्हारा भी मरेगा। पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और कई बार बेहोश हो गया। अस्पताल में मौजूद मृतक की मां व अन्य परिजनों को मौत की जानकारी नहीं दी गई थी। मां को केवल यह बताया गया कि अभी बेटे का ऑपरेशन चल रहा है। मां बार-बार जो भी दिखाई देता, उससे बेटे की कुशल पूछती रही। वह अपने पति को बेटे को निजी अस्पताल में ले जाने के लिए भी बार बार कहती रही। इकलौते बेटे की मौत से पूरा परिवार सदमे में आ गया। चाकूबाजी की घटना के बाद देर रात तक मकबरा थाने में पुलिस उपाधीक्षक रामकल्याण मीणा व राजेश मेश्राम, गुमानपुरा थानाधिकारी मनोज सिकरवार, अनन्तपुरा धानाधिकारी देवेश भारद्वाज सहित पुलिस व आरएसी के जवान मौजूद रहे। पुलिस की टीमें देर रात तक आरोपियों की तलाश में जुटी रही।