Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना के 277 नए मामले, 20 और लोगों की मौत
चिकित्सा विभाग की ओर से सोमवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 277 नए मामले सामने आए हैं जिनमें जयपुर में 60, अलवर में 37, हनुमानगढ़ में 25, जोधपुर में 22 और दौसा में 20 नए मामले शामिल हैं।;
जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार गिरावट का दौर जारी है। प्रदेश में इस घातक बीमारी को लेकर स्थिति अब सुधरती जा रही है। पिछले 24 घंटों में यहां कोरोना वायरस संक्रमण के सोमवार को 277 नए मामले सामने आए तथा इस घातक संक्रमण से 20 और लोगों की मौत हो गई। चिकित्सा विभाग की ओर से सोमवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 277 नए मामले सामने आए हैं जिनमें जयपुर में 60, अलवर में 37, हनुमानगढ़ में 25, जोधपुर में 22 और दौसा में 20 नए मामले शामिल हैं।
वहीं, राज्य के आठ जिलों बांसवाडा, बूंदी, धौलपुर, डूंगरपुर, जालौर, झालावाड़,राजसमंद, और सवाईमाधोपुर में सोमवार को कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया। विभाग के एक अधिकारी के अनुसार इस दौरान इस घातक संक्रमण से 20 और लोगों की मौत हो गई। राज्य में अब तक इस संक्रमण से 8842 लोगों की मौत हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार इस दौरान राज्य में 1231 लोग संक्रमण से ठीक हुए। अब राज्य में 6467 मरीज उपचाराधीन हैं।
गहलोत बोले- चिकित्सीय ऑक्सीजन के क्षेत्र में राजस्थान को बनाएंगे आत्मनिर्भर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को चिकित्सीय ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने को लेकर योजनाबद्ध रूप से काम कर रही है। गहलोत जोधपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं से जुडे़ करीब 39 करोड़ रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास समारोह को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने करीब 33 करोड़ रुपये की लागत के 13 कार्यों का लोकार्पण व छह करोड़ रुपये की लागत के दो कार्यों का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के जिस संकट का सामना पूरे देश ने किया, उसे देखते हुए राज्य के जिला अस्पतालों से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य (पीएचसी) स्तर तक के विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने, पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्था विकसित करने के साथ ही ऑक्सीजन सांद्रक उपलब्ध कराए जा रहे हैं।