Rajasthan Crisis: राजस्थान सियासी संकट की ऐसे हुई शुरूआत, जानें पूरा मामला
Rajasthan Crisis: राजस्थान में सियासी संकट गहराता जा रहा है। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि इस पूरे मामले की शुरूआत कैसे हुई। बता दें कि ये पूरा मामला शनिवार से शुरू हुआ था जब सचिन पायलट अचानक दिल्ली के लिए रवाना हुए थे।;
Rajasthan Crisis: राजस्थान में सियासी संकट गहराता जा रहा है। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि इस पूरे मामले की शुरूआत कैसे हुई। बता दें कि ये पूरा मामला शनिवार से शुरू हुआ था जब सचिन पायलट अचानक दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। जानकारी के मुताबिक, सचिन पायलट ने अपने साथ 10-12 विधायकों को भी ले लिया था।
राजद्रोह का आरोप लगाया था
सचिन पायलट ने रविवार को कांग्रेस के नेताओं से बात की जिसमें उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ राजद्रोह का नोटिस भेजा गया था। ये राजद्रोह का आरोप ये कहकर लगाया गया है कि वो एसओजी के विधायकों के खरीद के मामले में सम्मिलित थे। सचिन पायलट ने कहा कि उन पर ऐसे आरोप लगाना बेबुनियाद है। उन्होंने सिर्फ दो लोगों से फोन पर बातचीत की थी। इसी को केंद्रित करते हुए उन्हें नोटिस भेजा गया है। बता दें कि सचिन पायलट को डर था कि ये नोटिस उनके बयान दर्ज करने के नाम पर उनकी गिरफ्तारी की साजिश हो सकती है।
बीजेपी के साथ हैं सचिन पायलट
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का मानना था कि सचिन पायलट बीजेपी से मिल गए हैं। इसकी सूचना उन्होंने कांग्रेस के हाईकमान को भी दी थी। बता दें कि कांग्रेस के दूसरे दिग्गज नेताओं ने भी सचिन पायलट के खिलाफ बयान देने शुरू कर दिए। इसका अंजाम ये हुआ कि सचिन पायलट ने कांग्रेस नेताओं से बात करना ही बंद कर दिया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया से हुई मुलाकात
राजस्थान में सियासी संकट शुरू होने के बाद बीजेपी भी सामने आई। जानकारी के मुताबिक कि रविवार को ही सचिन पायलट बीजेपी के ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया में पुरानी दोस्ती है। दोनों ही नेताओं ने रविवार दोपहर को मुलाकात की। हालांकि इन दोनों ही नेताओं ने मुलाकात की पुष्टी नहीं की है। सूत्रों के अनुसार, इन्होंने गुपचुप तरीके से बैठक की है। जिसका पता लगते ही कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। इस विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने और राजस्थान में सरकार को बचाने क लिए सोमवार सुबह को ही बैठक रखी गई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया ट्वीट
ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में शामिल करने में बीजेपी प्रवक्ता जफर इस्लाम का बहुत बड़ा हाथ था। राजस्थान के मामलों की भी पूरी जानकारी जफर इस्लाम जेपी नड्डा को बता रहे थे। साथ ही उन्होंने सचिन पायलट से भी मुलाकात की। इसके बाद रविवार शाम को ज्योतिरादित्य सिधिया ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट की स्थिति देखकर दुखी हूं। अशोक गहलोत ने उनको साइड कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कभी भी टैलेंट की कद्र नहीं होती।
रविवार रात दिया बयान
सचिन पायलट ने रविवार की रात 9 बजे बयान दिया कि मेरे पास 30 विधायक हैं और गहलोत सरकार अल्पमत है। इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उनके लिए कांग्रेस आलाकमान और पार्टी के दरवाजे खुले थे और खुले रहेंगे। सुरजेवाला ने कहा कि पायलट से कई बार बातचीत हुई है, उनके लिये पार्टी के दरवाजे खुले हुए हैं।
अशोक गहलोत ने पलटी बाजी
इसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम आवास पर सभी विधायकों की बैठक की। जिसमें 109 विधायकों का समर्थन पार्टी को मिल गया है। ऐसे में अब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार अल्पमत में नहीं है। वहीं दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पूरी तरह से बागी तेवर दिखा रहे हैं।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सचिन पायलट से की बात
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पायलट से बात की है और उनसे कहा है कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत नहीं करें। उन्हें उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया है। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पायलट से बात की है। इसके साथ ही अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया है। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत में सचिन पायलट ने जो भी मुद्दे रखे हैं, उनके निराकरण का विश्वास दिलाया गया है।