Rajasthan Mausam ki Jankari : कोहरे की चादर के बीच कड़ाके की सर्दी से हुआ नववर्ष का आगाज, यहां बारिश और ओलावृष्टि के आसार

राजस्थान में नववर्ष का आगाज कंपकापा देने वाला हुआ है। राज्य में कड़ाके की सर्दी हर रिकॉर्ड तोड़ते जा रही है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने लोगों को परेशानी में डाल रखा है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि कई जगह तापमान में गिरावट होती जा रही है।;

Update: 2021-01-01 08:02 GMT

जयपुर। राजस्थान में नववर्ष का आगाज कंपकापा देने वाला हुआ है। राज्य में कड़ाके की सर्दी हर रिकॉर्ड तोड़ते जा रही है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने लोगों को परेशानी में डाल रखा है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि कई जगह तापमान में गिरावट होती जा रही है। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी के इस दौर में प्रदेश के करीब तीन से चार शहरों में पारे ने ऐसी डूबकी लगाई है कि वह माइनस के आसपास अटका हुआ है। माउंट आबू, जोबनेर, चूरू समेत सीकर के फतेहपुर सबसे ठंडी जगहों में हैं। छठे दिन फतेहपुर शेखावाटी में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु के नीचे माइनस दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कई जगहों पर कोहरे की चादर भी छाई रही। वहीं मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार से जयपुर, अजमेर, झुंझुनूं, सीकर, टोंक, कोटा, बूंदी, धौलपुर समेत कई जगह बारिश और ओलावृष्टि के आसार हैं। बारिश और ओलावृष्टि का दौर चार जनवरी तक सक्रिय रहने की संभावना रहेगी। राजधानी जयपुर में बीती रात गुरूवार को तापमान 24 घंटे में चार डिग्री बढ़कर 8.7 डिग्री सेलिसयस दर्ज किया गया।

चूरू और माउंटआबू में तापमान अभी भी जमावबिंदू से नीचे

शुक्रवार को राजधानी जयपुर का सुबह का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सुबह से शीतलहर के साथ बादलों की आवाजाही जारी रही। चूरू, माउंटआबू, जोबनेर का तापमान भी जमाव बिंदु के नजदीक दर्ज किया गया। जोबनेर का तापमान तीन डिग्री बढ़कर गुरूवार रात को 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। हालांकि बादलों की आवाजाही जारी है। इस सप्ताह ही चूरू में करीब 40 साल बाद पारा -1.5 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पहले चूरू में सबसे कम तापमान 28 दिसंबर 1973 को रिकॉर्ड किया गया था। उस दौरान न्यूनतम तापमान -4.6 डिग्री रहा था, जबकि साल 2011 में न्यूनतम तापमान -1.4 डिग्री तक पहुंचा था। बीती रात को चूरू का तापमान माइनस 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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