पायलट ने दिए संकेत, जल्द करेंगे आगे की रणनीति का खुलासा
सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच का विवाद इस कदर बढ़ गया है कि राजस्थान में प्रदेश सरकार गिरने की भी खबरें आ रही हैं। दोनों ही बहुमत साबित करने पर तुले पड़े हैं। इसी बीच अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके सचिन पायलट ने संकेत दिए कि उन्होंने अपनी रणनीति का अभी खुलासा नहीं किया है।;
जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी उठा पटक के बीच अफवाहों का बाजार गरम है। सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच का विवाद इस कदर बढ़ गया है कि राजस्थान में प्रदेश सरकार गिरने की भी खबरें आ रही हैं। दोनों ही बहुमत साबित करने पर तुले पड़े हैं। इसी बीच अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके सचिन पायलट ने संकेत दिए कि उन्होंने अपनी रणनीति का अभी खुलासा नहीं किया है। उनके इस संकेत से लगता है कि वो कुछ और ही सोचे बैठे हैं। फिलहाल यह विवाद अभी सुलझने वाला नहीं लग रहा है।
वहीं एक न्यूज चैनल ने सचिन पायलट से बातचीत करने का दावा किया है। चैनल का दावा है कि सचिन जल्द ही अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे। सचिन ने साफ तौर पर कहा कि वे इस लड़ाई को लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनके विधायक उनके साथ हैं और कोई भी विधायकों को कहीं जाने से नहीं रोक सकता। हालांकि इस दौरान भी सचिन ने अपनी आगे की रणनीति का खुलासा नहीं किया।
गहलोत सरकार का दावा- हमारे पास पूर्व बहुमत
गहलोत सरकार का दावा है कि उनके पास सरकार बचाने के लिए पूर्व बहुमत है। वहीं पायलट गुट का कहना है कि फ्लोर टेस्ट में गहलोत सरकार गिर जाएगी। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया था कि गहलोत सरकार स्थिर है। उसके पास पूर्ण बहुमत है और वह पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। वहीं कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल का भी यही दावा है कि गहलोत सरकार को कुछ नहीं होगा।
पार्टी से इसलिए नाराज हैं सचिन पायलट
सूत्रों के अनुसार पायलट की गहलोत सरकार से नाराजगी के कई कारण माने जा रहे हैं। वहीं वापसी के लिए कई मसलों पर सहमति पर अड़े रहने की भी बात सामने आई है। नाराजगी की वजह पायलट की अनुशंसा पर नहीं होते तबादले, नहीं मिलती तवज्जो, सरकारी विज्ञापनों पर नहीं होती तस्वीर, टेप किया जा रहा है फोन, पचास प्रतिशत मंत्री उनके कहने से बनने थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।