पूनिया ने कृषि विधेयकों को क्रांतिकारी बताया, बोले- किसानों, नौजवानों एवं महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों को किसानों के कल्याण में क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि इनसे ग्रामीण इलाकों में किसानों, नौजवानों एवं महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।;
जयपुर। एक तरफ जहां संसद में पारित हुए कृषि विधेयकों के खिलाफ पूरे देश में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं भाजपा इन विधेयकों की विशेषता गिनाने में लगी हुई है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों को किसानों के कल्याण में क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि इनसे ग्रामीण इलाकों में किसानों, नौजवानों एवं महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पूनियां ने यहां एक बयान में कहा कि मोदी सरकार के कृषि कानून किसानों के कल्याण में क्रांतिकारी साबित होंगे, जिनसे किसान स्वयं ही कीमत तय कर अपनी फसल कहीं भी, कभी भी बेच सकता है, इससे किसान आर्थिक मजबूती के साथ आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस किसानों को गुमराह कर अपना चेहरा छुपाना चाह रही है। इन कृषि कानूनों से राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों से, खेती एवं खेती से जुड़े उद्योग धंधों से किसानों, नौजवानों व महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पूनियां ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2019 के घोषणा पत्र में कृषि सुधार कानून लाने को लेकर किए गए वादे से मुकर रही है और झूठ बोल रही है।
उधर, पायलट ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने नए कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने चुनौतीपूर्ण समय में किसानों के साथ विश्वासघात किया है। पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस विधेयक का विरोध पूरे देश में हो रहा है। खुद राजग के घटक दल इसका विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस ने आज पूरे देश में किसानों साथ खड़े होकर लड़ने का निर्णय किया अब इसको हम आगे भी लेकर जायेंगे लेकिन मैं मानता हूं कि केन्द्र सरकार ने एक चुनौतीपूर्ण समय में किसानों के साथ विश्वासघात किया है।