कोरोना संक्रमित को अस्पताल में बेड दिलवाने के नाम पर ले रहा था रिश्वत, एसीबी की टीम ने रंगे हाथ दबोचा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एक टीम ने मानसरोवर स्थित एक निजी अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी अशोक कुमार को कोविड-19 मरीज को बिस्तर दिलवाने के ऐवज में शनिवार को परिवादी से 23 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।;
जयपुर। एक तरफ जहां कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा पूरे देश में बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ इस बीमारी की आड़ में कालाबाजारी के मामले भी खूब बढ़ रहे हैं। कहीं ऑक्सीजन की कालाबाजारी चल रही है तो कहीं अस्पतालों में बेड दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे एंठे जा रहे हैं। ऐसा ही एक शर्मसार कर देने वाला मामला जयपुर से सामने आया है। यहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की एक टीम ने मानसरोवर स्थित एक निजी अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी अशोक कुमार को कोविड-19 मरीज को बिस्तर दिलवाने के ऐवज में शनिवार को परिवादी से 23 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके कोरोना वायरस संक्रमित परिजन को राजस्थान चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय (RUHS) में आई.सी.यू. बैड (ICU Bed) व अन्य सुविधाएं दिलाने के एवज में मेट्रो मास अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी अशोक कुमार गुर्जर द्वारा 1 लाख 30 हजार रुपये की रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा है। आरोपी परिवादी से 95 हजार रुपये पहले ही वसूल कर चुका था। ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कर शनिवार को जाल बिछाकर आरोपी अशोक कुमार गुर्जर को परिवादी से 23 हजार रुपये की कथित रिश्वत राशि लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी के निवास व अन्य ठिकानों की तलाशी जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी।