राजस्थान में कल से शुरू होगी अनलॉक की प्रक्रिया! जानें नई गाइडलाइन में क्या खुल सकता है और किस पर पाबंदियां रह सकती हैं जारी
जहां इस महीने की शुरुआत में प्रदेश में संक्रमितों की संख्या तीस हजार तक पहुंच गई थी वो अब घटकर दो हजार के आस-पास पहुंच गई है। इसी स्थिति को देखते हुए गहलोत सरकार कल यानी 1 जून से प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया की घोषणा कर सकती है।;
जयपुर। राजस्थान में पिछले दिनों तबाही मचा चुके कोरोना वायरस संक्रमण से काफी जान व माल का नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार को इस बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी थी। हालांकि प्रदेश में लगाई गई पाबंदियों का असर देखने को मिल रहा है। जहां इस महीने की शुरुआत में प्रदेश में संक्रमितों की संख्या तीस हजार तक पहुंच गई थी वो अब घटकर दो हजार के आस-पास पहुंच गई है। इसी स्थिति को देखते हुए गहलोत सरकार कल यानी 1 जून से प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया की घोषणा कर सकती है। इसके लिए जल्द ही नई गाइडलाइन्स की घोषणा की जा सकती है। सूत्रों की माने तो गृह विभाग ने मिनी अनलॉक की नई गाइड लाइन तैयारी कर ली है और अब केवल इसे मुख्यमंत्री की मंजूरी का इंतजार है। बताया जाता है कि आज दिन में मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद गृह विभाग मिनी अनलॉक की नई गाइडलाइन को जारी कर सकता है।
पाबंदियां लगाने से घटी केसों की संख्या
दरअसल प्रदेश की गहलोत ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पहले जन अनुशासन पखवाड़ा, फिर रेड अलर्ट जन अनुशास पखवाड़ा, उसके बाद 10 मई से 15 दिन के सख्त लॉक डाउन लागू किया, जिसे बाद में बढ़ाते हुए 8 जून कर दिया गया। सरकार का ये फैसला सही साबित हुआ लॉकडाउन के बाद कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में तेजी से गिरावट आई। जहां 10 मई को संक्रमितों की संख्या 17 हजार के करीब थी वहीं अब यह संख्या 2 हजार के आसपास आ गई है। यही वजह है कि गहलोत सरकार अब मिनी अनलॉक करने जा रही है।
इन पाबंदियों को छूट देने की तैयारी
वहीं दूसरी ओर मिनी अनलॉक के दौरान गांवों में मनरेगा के कामकाज की छूट दी जा सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मनरेगा को छूट दिए जाने की बात कह चुके हैं। मनरेगा में कोविड 19 प्रोटोकॉल की पालना करते हुए मनरेगा में छूट दी जा सकती है, जिससे गांवों में रोजगार के संकट पैदा न हो। अनलॉक में एक जिले से दूसरे जिले, एक शहर से दूसरे शहर और एक गांव से दूसरे गांव में आवागमन पर लगी रोक हट सकती है। निजी वाहनों को शर्तों के साथ अनुमति दी जा सकती है।
इन्हें भी मिल सकती है छूट
बताया जाता है कि मिनी लॉकडाउन में रोजमर्रा की जरूरत वाली दुकानों को खोलने की मंजूरी दी जाने की संभावना है। जिसमे हाइवे पेट्रोल पंप, ढाबे, मोटर गैराज शामिल हैं। इसके साथ शहर में किराना और खाद्य सामग्री, दूध, डेयरी जैसी दुकानों के खुलने का समय बढ़ाया जा सकता है। किराना दुकानों का समय सुबह 6 से 11 है, जिसे शाम 5 बजे तक बढ़ाया जा सकता है, इसके साथ गर्मी को देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक की दुकान जिसमें कूलर फ्रिज को निर्धारित समय पर खोलने की अनुमति मिल सकती है। पहले से जिन दुकानों और गतिविधियों को छूट मिल रही हैं उनकी संख्या में और बढ़ोतरी की जाएगी।