राजस्थान में बीजेपी 10 जुलाई से तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगी, जानिए क्या है रणनीति
भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party- भाजपा) 10 से 12 जुलाई तक राज्य में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर (three-day training camp) आयोजित करेगी। यह बैठक राजस्थान के माउंट आबू (Mount Abu) में होगी।;
राजस्थान (Rajasthan) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party- भाजपा) 10 से 12 जुलाई तक राज्य में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर (three-day training camp) आयोजित करेगी। यह बैठक राजस्थान के माउंट आबू (Mount Abu) में होगी।
आयोजित शिविर के दौरान भाजपा के कई राष्ट्रीय पदधारी आगामी चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को प्रशिक्षित करने के लिए चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह (BJP National General Secretary Arun Singh) प्रशिक्षण शिविर (training camp) शुरू होने से एक दिन पहले जयपुर (Jaipur) पहुंच जाएंगे।
बैठक में कौन-कौन होगा?
राष्ट्रीय महासचिव वी सतीश और बीएल संतोष, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, कैलाश चौधरी, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और विभिन्न सांसदों और विधायकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने की संभावना है। कैंप में राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले बूथ स्तर प्रबंधन समेत चुनावी रणनीति पर चर्चा होने की संभावना है।
अमित शाह 30वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे
जानकारी के लिए आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज राजस्थान में उत्तरी क्षेत्र परिषद की 30वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे। जयपुर में होने वाली बैठक में राजस्थान समेत आठ राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वागत भाषण देंगे। बैठक में मुख्यमंत्रियों के अलावा भाग लेने वाले प्रत्येक राज्य के दो मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
बैठक में कानून व्यवस्था की स्थिति, अंतरराज्यीय अपराध और राज्यों के बीच जल वितरण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड, अन्य सांप्रदायिक हिंसा के मामलों की पृष्ठभूमि में देश में सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित करने की संभावना है। इस दौरान अभद्र भाषा, साइबर अपराध और बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है।