टीचर से डिलीवरी बॉय बने शख्स को देख पसीजा 18 वर्षीय लड़के का दिल, 2.30 घंटे में पैसे इकट्ठे कर दिया शानदार गिफ्ट
18 साल के लड़के ने ट्विटर पर क्राउंड फंडिंग कर डिलीवरी बॉय को दिलाई बाइक। कुछ ही घंटों में कर दिखाया कमाल का कारनामा।;
किसी ने सही कहा अगर आप सच्चे मन से किसी की मदद करना चाहते हैं तो पूरी कायनाथ आपके साथ जुट जाती है। यह कहावत राजस्थान के भीलवाड़ा (Rajasthan Bhilwara) में सच साबित हुई। जहां एक 18 साल के आदित्य शर्मा ने आसमान से गिरती आग के बीच साइकिल पर खाना डिलीवरी (Food Delivery) करने पहुंचे टीचर की हालत देख उसकी मदद करने का मन बना लिया। अपनी जेब में पैसे नहीं थे तो उसने सोशल मीडिया यानि ट्विटर पर खाना डिलीवरी करने पहुंचे जोमैटो बॉय दुर्गाशंकर के लिए मदद मांगी। देखते ही देखते मात्र ढाई घंटे में आदित्य शर्मा के पास क्राउड फंडिंग (Crowd Funding) से 2 लाख रुपये इकट्ठे हो गये। इन पैसों से आदित्य ने डिलीवरी बॉय (Delivery Boy) को नई बाइक दिलाई और इसका वीडियो भी साझा किया।
यह पूरा मामला राजस्थान के भीलवाड़ा का है। जहां 18 वर्षीय आदित्य शर्मा अपने परिवार के साथ रहते हैं। आदित्य ने सोमवार यानि 11 अप्रैल को खाना ऑर्डर किया। चिलचिलाती धूप में साइकिल पर जोमैटो बॉय ऑर्डर लेकर आदित्य के घर पहुंचा। 42 डिग्री तापमान के बीच साइकिल पर ऑन टाइम खाना लेकर पहुंचे डिलीवरी बॉय दुर्गाशंकर को देख आदित्य शर्मा हैरान रह गया। उसने दुर्गाशंकर से इतनी धूप में साइकिल से डिलीवरी करने की वजह पूछी तो वह हैरान रह गया।
कोरोना काल में बंद हुआ स्कूल तो मजबूरी में शुरू की डिलीवरी
दुर्गाशंकर मीणा ने बताया कि वह सांवर के रहने वाले हैं और एमए पास है। वह अपने गांव के ही एक स्कूल में अंग्रेजी के टीचर थे, लेकिन 2020 में कोरोना की लहर के बीच स्कूल बंद हो गया और उनकी नौकरी छूट गई। पिता का देहात हो गया और मां छोड़कर चली गई। इसबीच घर भी डूब में चला गया। जिसका थोड़ा बहुत मुआवजा मिला। वह पेट की आग बुझाने में चला गया। दुर्गाशंकर ने भीलवाड़ा आकर इधर उधर काम तलाशा। कई दिन सड़कों पर गुजारे और इसबीच जोमैटो में डिलीवरी बॉय (Zomato Delivery Boy) का काम मिल गया। वह एक रेस्टॉरेंट में ही सोते हैं।
क्राउंड फंडिंग से आदित्य ने दिला दी बाइक
दुर्गाशंकर की पीड़ा सुन आदित्य ने दुर्गाशंकर को बाइक दिलाने का मन बनाया, लेकिन अपनी जेब में भी पैसे नहीं थे। इस पर आदित्य ने ट्विटर पर दुर्गाशंकर संग फोटो डाली और उनकी परेशानी को रखा। मात्र ढाई घंटों में क्राउंड फंडिंग से आदित्य ने 2 लाख रुपये जमा कर लिये। उन्होंने अगले ही दिन यानि 12 अप्रैल को दुर्गाशंकर को बाइक दिलाई। साथ ही बाकी बचे पैसों को उन्हें लोन चुकाने के लिये दे दिये। दुर्गाशंकर की मदद करने 18 वर्षीय आदित्य शर्मा भी सुर्खियों में आ गये हैं।
कुछ ही घंटों में 150 से 2900 हुए फॉलोअर्स
आदित्य शर्मा के यह कदम उठाते ही उन्हें ट्विटर पर फॉलो और लाइक करने वालों की बौछार लग गई। आदित्य के ट्विटर अकाउंट पर लोग उन्हें जमकर बधाई देने के साथ ही खूब वाहवाही कर रहे हैं। इतना ही नहीं पिछले दो दिनों में आदित्य के फॉलोअर्स की संख्या 150 से बढ़कर 2900 पहुंच गई है।