पब्जी खेलने से रोका तो किशोर ने निर्माणधीन बिल्डिंग से कूदकर दे दी जान, तलाश करता रह गया परिवार
ऑनलाइन पब्जी गेम खेलने से नाराज परिजनों ने किशोर को लगा दी थी डांट। इसी के बाद घर से निकल कर किशोर ने निर्माणधीन इमारत से छलांग लगाकर दे दी जान।;
पब्जी गेम बैन होने के बावजूद इसका नशा अभी भी बच्चों के सिर पर चढ़ा हुआ है। पब्जी खेलने (PubG Game) की जिद ने एक किशोर की जान ले ली। मामला नोएडा के सेक्टर 110 का है। जहां माता पिता द्वारा बच्चे को (Online Pubg) ऑनलाइन पब्जी खेलने से रोकने पर नाराज 15 वर्षीय किशोर ने निर्माणधीन इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। वहीं परिवार वाले उसकी तलाश कर रहे थे। आज उसका शव निर्माणाधीन बिल्डिंग से बरामद हुआ। जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
दरअसल, कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन और और स्कूल बंद होने और ऑनलाइन क्लास के चलते मोबाइल फोन ने बच्चो कि नज़दीकियां बढ़ा दी है। फोन से दूरी होने पर बच्चो में अवसाद देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि अवसाद से परेशान होकर छोटी-उम्र के बच्चे अपनी जिंदगी समाप्त करने जैसा बड़ा कदम उठा रहे हैं। ऐसी ही घटना फेस-2 क्षेत्र के सेक्टर-110 में घटित हुई। एडीसीपी क्राइम इलामारन ने बताया कि श्रमिक कुंज में रहने वाले 15 वर्षीय कोमल को जब परिवार वालों ने ऑनलाइन पबजी गेम खेलने से मना किया तो वह नाराज हो गया। परिजनों ने उसके पास से मोबाइल फोन छीनकर अपने पास रख लिया। इस बात से कथित तौर पर गुस्साए कोमल ने घर के पास एक निर्माणाधीन लोटस पनास सोसायटी की बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक 15 वर्षीय कोमल तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह बुधवार रात को घर से निकला था और गुरुवार को उसका शव मिला।
बेटे को तलाश रहा था परिवार
वहीं परिवार घर से लापता हुए बेटे की तलाश में जुटा था। उन्हें बेटे की आत्महत्या का पता अगले दिन गुरुवार को शव मिलने पर लगा। पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस किशोर के परिजनों से पूछताछ करने के साथ ही बिल्डिंग के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।