UP Jodo Yatra: राहुल गांधी मिमिक्री विवाद में उलझे, कांग्रेस ने शुरू की यूपी जोड़ो यात्रा, अजय राय बोले- मोहब्बत की ओर बढ़ रहे कदम
UP Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा के सूत्रधार राहुल गांधी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री विवाद में फंसे हैं। उधर, उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने यूपी जोड़ो यात्रा की शुरुआत कर दी है। पढ़िये इस यात्रा का उद्देश्य...;
भारत जोड़ो यात्रा के सूत्रधार राहुल गांधी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री विवाद में उलझे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने यूपी जोड़ो यात्रा की शुरुआत कर दी है। यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने सहारनपुर के गंगोहा से इस यात्रा की शुरुआत की। यात्रा की शुरुआत करने से पहले उन्होंने मां शाकम्भरी देवी के दर्शन किए। इस मौके पर अजय राय ने कहा कि यह यात्रा लोगों की आवाज को बुलंद करने के लिए निकाली जा रही है। गन्ना किसानों को 500 रुपये प्रति क्विवंटल का दाम मिलना चाहिए। बेरोजगारी दूर होनी चाहिए और सभी वर्गों के लोगों को समान अवसर मिलने चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो करीब 22 दिन चलने वाली यह यात्रा 11 जिलों से गुजरते हुए करीब 15 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, शाहजहांपुर, बरेली, लखीमपुर खीरी से होते हुए सीतापुर में संपन्न होगी। यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता हर धर्म से जुड़े धार्मिक स्थलों पर जाकर शीश नवाएंगे। मां शाकुम्भरी देवी के दर्शन के बाद गगोह में सूफी संत हजरत कुतुबे आलम की दरगाह पर चादर चढ़ाएंगे। इसके अलावा, सीतापुर स्थित तीर्थ स्थल नैमिषारण्य दर्शन कार्यक्रम भी रखा गया है।
मुस्लिम वोटों को पाने का प्रयास
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि यूपी जोड़ो यात्रा जिन 15 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, वहां मुस्लिम वोटर्स निर्णायक भूमिका में हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बीजेपी को इन लोकसभा क्षेत्रों में भी फायदा मिला, लेकिन इसके बाद इन लोकसभा सीटों पर सपा, बसपा और आरएलडी को फायदा मिला है। इन क्षेत्रों में मुस्लिम वोटर्स के साथ ही जाट वोटर्स का भी दबदबा है। ऐसे में कांग्रेस 'सॉफ्ट हिंदुत्व' की राह पर चलकर खोए वोटर्स को दोबारा पाने के प्रयास में है।
अखिलेश यादव भी पीडीए गठबंधन को मजबूत बनाने में जुटे
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी पीडीए गठबंधन यानी पिछड़ा-दलित और अल्पसंख्यक वर्ग को साधने में जुटे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में शामिल सपा यूपी में लोकसभा चुनाव में अधिक सीटें चाहती हैं। अगर सीटों पर बंटवारे को लेकर कांग्रेस से विवाद होता है तो पीडीए गठबंधन के बलबूते लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत प्राप्त की जा सके। वहीं, कांग्रेस को भी डर है कि अगर सीटों का बंटवारा नहीं होता है, तब भी चुनाव में पार्टी मजबूत स्थिति में रहे।