आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह का दावा, सत्ता की आड़ में चल रहा जातिवाद और ठाकुरवाद का खेल
आप प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह एक बार योगी सरकार को अपने निशाने में घेरकर हमला होला है। उन्होंने एक सर्वे के तहत प्रदेश में जातिवाद का खेल चलने का दावा किया है। उनका कहना है कि यहां के सरकार एक विशेष जाति का ही सबसे ज्यादा ख्याल रखते हैं।;
आप प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह एक बार योगी सरकार को अपने निशाने में घेरकर हमला होला है। उन्होंने एक सर्वे के तहत प्रदेश में जातिवाद का खेल चलने का दावा किया है। उनका कहना है कि यहां के सरकार एक विशेष जाति का ही सबसे ज्यादा ख्याल रखते हैं।
संजय सिंह ने आगे कहा कि इस दावे के बाद अगर योगी सरकार मुझे नोटिस भिजवा दे या केस दर्ज कर गिरफ्तारी भी करवा दे तो भी मैं अपनी बात से पीछे नहीं हटूंगा। सरकार मेरी आवाज को रोकने के लिए हर कोशिश कर ले, लेकिन चुप्पी नहीं साधूंगा।
योगी सरकार जातिवादी और ठाकुरवादी है?
मैं अपने सर्वे और बयान पर सौ फीसदी कायम हूं और जब तक इसकी जांच नहीं हो जाती है तब तक ऐसे ही मुद्दा उठाता रहूंगा। इस सर्वे को लेकर जिन लोगों के दिमाग में थोड़ा सा भी गलतफहमी रही होगी तो आंकड़े जारी होने के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा।
दरअसल, आप प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि हाल ही में मैंने एक सर्वे कराया था। इस सर्वे के दौरान लोगों से पूछा गया था कि क्या योगी सरकार जातिवादी और ठाकुरवादी है? इस पर 63 फीसदी जनता ने कहा था कि सरकार जातिवादी है।
जबकि 29 फीसदी ने कहा था कि ऐसा कुछ नहीं है।
प्रदेश में विशेष जाति के 46 शीर्ष अधिकारियों की तैनाती
हालांकि इस सर्वे को लेकर देशद्रोह का केस भी दर्ज किया गया था। इसके बाद से संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश के 39 जिलों में एक ही जाति विशेष यानी ठाकुर जाति के 46 शीर्ष अधिकारियों की तैनाती है। क्या यह जातिवाद नहीं है?
क्या प्रदेश सरकार को शीर्ष पदों पर तैनाती के लिए अन्य जातियों से अधिकारी नहीं मिले। क्या यही बीजेपी का रामराज्य है? क्या यही योगी का रामराज्य है? प्रदेश की 24 करोड़ जनता के साथ अन्याय और अत्याचार नहीं होने दूंगा।
योगी जी आप ठाकुरों के लिए बेशक काम कीजिए, लेकिन जातियों का भी भी ख्याल रखिए। उनके साथ भेदभाव का व्यवहार मत अपनाइए।