UP BJP: भूपेंद्र चौधरी के बाद योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे सकते हैं पांच मंत्री, पढ़िये वजह
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने 25 अगस्त को भूपेंद्र चौधरी को यूपी का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया था। इसके बाद भूपेंद्र चौधरी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। अब पांच और मंत्री इस्तीफा देने की कतार में हैं। वजह चौंकाने वाली...;
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से उत्तर प्रदेश (Uttar) में 'एक व्यक्ति-एक पद' सिद्धांत (One Man-One Post Principle) का अनुपालन किया जा रहा है। यही कारण है कि जहां यूपी बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Singh Choudhary) ने योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) से इस्तीफा (Resignation) दिया था तो वहीं अब पांच और मंत्री जल्द सरकार में अपना पद छोड़ सकते हैं। बीजेपी की इस रणनीति को मिशन 2024 (Mission 2024) की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 'एक व्यक्ति-एक पद' सिद्धांत का अनुपालन कर रही है। यही वजह है कि स्वतंत्र देव सिंह को जब योगी कैबिनेट में शामिल किया गया, तब से चर्चा चल रही थी कि जल्द यूपी के नए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष का चयन हो जाएगा। हालांकि इसमें देरी हुई, लेकिन दुरुस्त आते हुए भूपेंद्र चौधरी को यूपी बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। चूंकि भूपेंद्र चौधरी योगी कैबिनेट में मंत्री थे, लिहाजा पक्का था कि जल्द वो इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने मंगलवार को ही मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।
अब बीजेपी 'एक व्यक्ति-एक पद' सिद्धांत पर आगे काम कर रही है। इस कड़ी में योगी कैबिनेट के पांच मंत्री जल्द इस्तीफा दे सकते हैं। इनमें पहला नाम अरविंद कुमार शर्मा का है, जो बीजेपी संगठन में उपाध्यक्ष है तो वहीं दूसरी तरफ शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री हैं। उनके बाद इस्तीफा देने वालों में दूसरा नाम जेपीएस राठौर का है। वे योगी सरकार में सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं और उन पर बीजेपी संगठन में महासचिव पद की भी जिम्मेदारी है। इसके अलावा ओबीसी सेल के उपाध्यक्ष एवं प्रभारी दयाशंकर सिंह यूपी कैबिनेट में परिवहन मंत्री हैं। साथ ही पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन अधिकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप, जो कि यूपी बीजेपी में ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष हैं, वे भी जल्द इस्तीफा दे सकते हैं।
भूपेंद्र चौधरी पर बड़ी जिम्मेदारी
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने 25 अगस्त को भूपेंद्र चौधरी को यूपी का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया था। अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद भूपेंद्र चौधरी दिल्ली से लखनऊ पहुंचे तो चारबाग रेलवे स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत किया गया। बीजेपी ने चौधरी को जब भी जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने इसका निष्ठा से पालन किया। कई बार असफल रहे, लेकिन पार्टी ने हमेशा उन पर विश्वास कायम रखा। भूपेंद्र चौधरी का जन्म 1966 में मुरादाबाद जिले के थाना छजलैट इलाके के महेंद्री सिंकदरपुर गांव में हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से की। वे छात्र जीवन से ही विश्व हिंदू परिषद से जुड़ गए थे। इसके बाद भाजपा की नीतियों से प्रेरित होकर उन्होंने 1991 में बीजेपी की सदस्या ले ली। इसके बाद से बीजेपी के साथ उनका सफर लगातार जारी है।