सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव को नहीं मनाएंगे, कहा- जहां सम्मान मिले तो वहीं चले जाइये
सपा प्रमुख अखिलेश यादव जौनपुर के निजी दौरे पर जाने से पहले बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत की। पढ़िये क्या कहा...;
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संरक्षक शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद बढ़ते जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने तो पत्र जारी करके शिवपाल यादव को भी किसी दल में जाने की स्वतंत्रता दी है। आज अखिलेश यादव ने भी यही बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे सम्मान करना नहीं आता तो शिवपाल यादव जहां जाना चाहते हैं, वो स्वतंत्र हैं।
मीडिया रिपोर्ट़्स के मुताबिक सपा प्रमुख अखिलेश यादव जौनपुर के निजी दौरे पर जाने से पहले बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि हम पर आरोप लगे, लेकिन हम चुप रहे। अगर हमें सम्मान करना नहीं आता तो उन्हें कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्रता दे दी गई है।
बता दें कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच लंबे समय से दरारें बढ़ती जा रही हैं। शिवपाल का कहना है कि अखिलेश ने मेरे साथ हमेशा धोखा किया। विधानसभा चुनाव में सपा के सिंबल पर एक सीट पर चुनाव लड़ा और सपा को जिताने के लिए जीजान से मेहनत की। चुनाव नतीजे आने के बाद से मुझे दरकिनार कर दिया गया।
उन्होंने कहा था कि अगर सपा को मुझे हटाना है तो पत्र जारी करने की जरूरत क्या थी बल्कि मुझे विधानमंडल दल से निकाल देते। उधर, अखिलेश यादव ने कोई भी तीखा प्रहार करने की बजाय सीधे ही पत्र जारी कर शिवपाल यादव को पसंदीदा जगह जाने के लिए स्वतंत्रता दे दी है। इसके अलावा सपा ने सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर को भी स्वतंत्रता दी गई है कि गठबंधन को तोड़कर पसंदीदा निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।