अखिलेश यादव ने बिजली संकट पर योगी सरकार को घेरा, यूजर्स बोले- तुम्हारे घर ज्यादा होती थी चोरी, समर्थकों ने भी दिया जवाब

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिजली सप्लाई सुचारू रखने के लिए कई अहम दिशा निर्देश दिए थे। इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करके योगी सरकार पर तंज कसा है। हालांकि ज्यादा ट्विटर यूजर्स अखिलेश यादव की बात से सहमत नहीं हैं, उलटा उन पर ही प्रहार कर रहे हैं।;

Update: 2022-05-04 07:35 GMT

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बिजली किल्लत (Power Crisis) की समस्या को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि पांच साल शासन करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की  दिमाग की बत्ती जल गई है। उन्होंने बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर भी योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर कई सोशल मीडिया यूजर्स (Social Media Users) भड़क गए हैं और निशाना साध रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में गर्मी का मौसम आने पर बिजली की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में कई जगह तो थर्मल ग्रिड भी फेल कर जाते हैं। वर्तमान में कोयले की ढुलाई भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में बिजली संकट गहरा रहा है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशभर में रोस्टर के मुताबिक निर्बाध बिजली का आदेश देते हुए बिजली विभाग में व्यापाक सुधार करने को कहा था। साथ ही भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखकर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने दावा किया था कि रेलवे की ओर से भी कोयले की ढुलाई के लिए अतिरिक्त रैक उत्तर प्रदेश में भेजे जाएंगे। अतिरिक्त बिजली मिलने से अन्य राज्यों में भी सप्लाई करेंगे।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए सीएम योगी के इन दावों पर तंज कसा। उन्होंने लिखा, ' उप्र में 5 साल सरकार चलाने के बाद अब सरकार के दिमाग की बत्ती जली कि बिजली विभाग में 'व्यापक सुधार' की ज़रूरत है। बिजली विभाग के निजीकरण पर उतारू सरकार ये बताए कि जब उनके हाथ में नियंत्रण ही नहीं होगा तो सुधार लागू कैसे होंगे। भ्रष्टाचार से सांठगांठ का अंत ही हर सुधार का मूल है।'

सपा प्रमुख के इस ट्वीट पर कई सोशल मीडिया यूजर्स विरोध में आ गए। काजल मिश्र समेत कई यूजर्स ने एक न्यूज की कटिंग को शेयर करते हुए लिखा, 'भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा तो समाजवादी पार्टी ने पार कर दी थी, पूरे प्रदेश में सबसे बड़े भ्रष्टाचारी और बिजली चोरी तुम्हारे ही घर में होती थी, यह हम नहीं आंकड़े कह रहे हैं।'

रामअवतार चतुर्वेदी ने लिखा, '...भैया जब तुम्हारी सरकार मे इतनी अच्छी बिजली व्यवस्था थी तो ऐसा करने की क्या जरूरत आन पड़ी थी।' सैफई का महल नामक अकाउंट से लिखा, 'तुम्हारी बत्ती अभी भी जल नहीं रही, लेकिन लग रहा है, इसलिए यह फर्जी बकवास कर रहे हो, भूल गए क्या तुम्हारी सरकार में सैफई और रामपुर में बिजली आती थी, बाकी जगह का क्या हाल होता था, वो जनता से पूछो जाके। घोटाला करने में भी पीछे नही थे।'

टीम कंगना ने लिखा, 'चलो मान लेते हैं कि पांच साल बाद सरकार की बत्ती जली... ये बताइए आपके दिमाग की बत्ती सत्ता में रहने के दौरान क्यों नहीं जली थी, जब प्रदेश में आएं दिन ग्रिड ही फेल हो जाती थी। तब तो दिमाग की बत्ती जलाने की जगह केंद्र सरकार को दोष देने लगते थे..., क्यों अखिलेश जी बताइए।'

सपा समर्थक भी कर रहे प्रहार

अखिलेश यादव के समर्थक भी बिजली संकट को लेकर योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि यूपी में भी अच्छे दिन चल रहे हैं। कई यूजर्स अपराध और दुष्कर्म की वारदातों की कटिंग शेयर कर योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं तो कई बिजली संकट के बावजूद खुश होने वालों को अंधभक्त बता रहे हैं। ताहिर उल्लाह ने लिखा, 'जी हां माननीय अध्यक्ष जी सही कहा, बिजली विभाग का निजीकरण, कोयले की खदान पूंजीपतियों के हाथों में, रेलवे का निजीकरण। इन सब पर सरकार का नियंत्रण नहीं तो बिजली संकट तो होगा ही।' अनूप सागर ने लिखा, 'भाजपा नेताओं ने तय कर लिया है कि किसी भी तरह इस देश को गुलाम बनाना है, पहले जनता की किसी भी जरूरत का संकट पैदा करो, फिर उसे अडानी, अम्बानी को बेच दो, पहले देश बचाया था " गोरों " से, अब बचाना है " चोरों " से ।

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