बदायूं में अपहृत युवक का शव मिला, गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर किया हमला, पढ़िये पूरा मामला

वजीरगंज के पेपल गांव के रहने वाले जयपाल सिंह का बेटा सुखवीर 25 जुलाई को खेत पर गया था, लेकिन घर नहीं लौटा। सुखवीर का शव बरामद हुआ तो पुलिस जांच करने पहुंची। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। पढ़िये रिपोर्ट...;

Update: 2022-08-06 13:02 GMT

उत्तर प्रदेश के बदायूं (Badaun) से अपह्रत युवक का शव मिलने (Kidnapped Youth's Body Found) के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला (Attack On Police) कर दिया। हमले में थाना प्रभारी समेत करीब पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिसकर्मियों ने भागकर खुद की जान बचाई। पुलिस टीम पर हमले की सूचना पाते ही कई थानों से पुलिस फोर्स मौके पर भेजी गई। घायल पुलिसकर्मियों (Injured Policemen) को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वजीरगंज के पेपल गांव के रहने वाले जयपाल सिंह का बेटा सुखवीर 25 जुलाई को खेत पर गया था। जब लंबा समय निकलने के बाद भी सुखवीर घर नहीं लौटा तो परिजनों को आशंका होने लगी। परिजन जब उसकी तलाश में जुटे, लेकिन कहीं भी उसका कोई सुराग नहीं लग पाया। ऐसे में परिजनों ने तुरंत पुलिस थाने में जाकर शिकायत दी और आरोप लगाया कि सुखवीर का अपहरण किया गया है। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने आशंका जताई थी कि अपहरणकर्ता सुखवीर की हत्या कर सकते हैं। बावजूद इसके पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

इस दौरान शनिवार को जब सुखवीर का शव बरामद हुआ तो आक्रोशित ग्रामीणों के साथ पुलिस ने मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हमले में थाना प्रभारी प्रकाश सिंह, सिपाही पुष्पेंद्र कुमार, हितेश, रोहित और अखिलेश घायल हो गए। उन्होंने भागकर जान बचाई। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस जीप पर भी पथराव कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

इन पर है हत्या करने का संदेह

मृतक के भाई सुनील का कहना है कि सुखवीर के अपहरण करने के लिए बरखेड़ा निवासी कोमिल, कोमिल की पत्नी सुखदेई, रामपाल और कल्लू उर्फ कल्याण के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसके बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने सुखवीर की हत्या की है। पुलिस अगर गंभीरता से काम करती तो सुखवीर जीवित होता।

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