दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड में दिखाई देगी अयोध्या राम मंदिर की झांकी, कुछ ऐसा होगा नजारा
अयोध्या में जो राम मंदिर बनने वाला है, उसकी हुबहू मॉडल तैयार किया गया है। तीन मंजिला मंदिर की इस झांकी में पौराणिक ग्रंथ रामायण के विभिन्न प्रसंग भी दिखाई देंगे। साथ ही अयोध्या के दीपोत्सव की झलक भी दिखाई देगी;
राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड के दौरान निकाली जाने वाली झांकियों में इस बार अयोध्या के राम मंदिर की झांकी भी दिखाई देगी। झांकी को ठीक उसी तरह से तैयार किया जा रहा है, जिस तरह से अयोध्या का राम मंदिर बनने वाला है। झांकी के आगे के हिस्से में महर्षि वाल्मीकि की एक प्रतिमा होगी और पीछे मंदिर का प्रारूप दिखाई देगा। झांकी में भगवान राम के साथ विभिन्न अभिनय करते कलाकारों का एक समूह दिखेगा।
राम मंदिर झांकी के प्रोजेक्ट इंचार्ज संतोष सिंह बताते हैं कि अयोध्या में जो राम मंदिर बनने वाला है, उसकी हुबहू मॉडल तैयार किया गया है। हम तीन मंजिला मंदिर बना रहे हैं। अयोध्या के दीपोत्सव की झलक दिखाने के लिए झांकी में मिट्टी के बने दीये जगमगा रहे होंगे। वहीं, भगवान राम द्वारा निषादराज को गले लगाना, शबरी के जूठे बेर खाना, अहल्या का उद्धार, हनुमान का संजीवनी बूटी लाना, जटायु-राम संवाद, लंकेश रावण की अशोक वाटिका आदि रामायण के प्रसंगों को भी दृशाया जाएगा। झांकी में राम का किरदार चंदौली के रहने वाले अजय निभाएंगे। अजय पहले रावण का किरदार निभाते थे, लेकिन बीते वर्ष उन्होंने भगवान राम का किरदार निभाया। अजय गणतंत्र दिवस पर निकाली जाने वाली झांकी में भगवान राम का किरदार निभाने के अवसर को भगवान की ही कृपा मानते हैं। वे अन्य कलाकारों के साथ लगातार रिहर्सल कर रहे हैं ताकि अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकें।
अयोध्या राम मंदिर निर्माण में 39 माह का समय लगेगा
देशवासियों को गणतंत्र दिवस की परेड में अयोध्या राम मंदिर की झलक दिखाई दे जाएगी, लेकिन वास्तविक मंदिर को देखने के लिए 39 माह तक इंतजार करना पड़ेगा। सरयू नदी के करीब राम मंदिर निर्माण स्थल के नीचे पानी की मौजूदगी के कारण मंदिर की नींव के डिजाइन को अंतिम रूप देने में देरी हो रही है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बीते गुरुवार और शुक्रवार को लार्सन एंड टूब्रो और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के इंजीनियरों और विशेषज्ञों के साथ बैठक करके तमाम चुनौतियों और उससे पार पाने के उपायों पर चर्चा की थी। बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दावा किया था कि मंदिर निर्माण कार्य को 39 माह में पूरा कर लिया जाएगा। बीते शुक्रवार फावड़ा चलाकर सांकेतिक रूप से नींव की खुदाई का काम भी शुरू किया जा चुका है।