Muzaffarnagar: बीकेयू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने किसानों की मौत पर जताया दुख, बोले- जान न दें, हम लड़ेंगे
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बारिश के चलते फसल बरबाद होने पर दो किसानों के आत्महत्या करने पर दुख जताया है। पढ़िये उन्होंने किसानों से क्या आह्वान किया...;
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने बारिश के चलते फसल बरबाद होने पर दो किसानों के आत्महत्या (Suicide) करने पर दुख जताया है। उन्होंने आह्वान किया है कि किसान सरकार से लड़ें न कि जान दें। किसान नेता ने यूपी सरकार (UP Government ) से बर्बाद फसलों का आकलन करके प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि देने की मांग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पिछले काफी समय से लगातार बारिश होने के चलते कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। ऐसे में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिया था कि किसानों के हर नुकसान की भरपाई की जाएगी। बावजूद इसके कई किसान दुखी हैं।
बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बताया कि फिरोजाबाद के खामिनी में किसान घनश्याम ने बाजरे की फसल बर्बाद होने पर फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी पांच बीघा बाजरे की फसल खराब हो गई थी। इसी तरह अलीगढ़ के दमुआका के संजय ने धान की फसल चौपट होने पर जान दे दी। उन्होंने कहा कि सरकार बर्बाद फसलों का आंकलन कर पीड़ित किसानों को मुआवजा दे और पीड़ित परिवारों की मदद करें। साथ ही, टिकैत ने किसानों से आह्वान किया कि किसान सरकार से लड़ें, लेकिन अपनी जान न दें। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
सीएम योगी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का कर रहे दौरा
सीएम योगी आदित्यनाथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने महाराजगंज में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद लोगों को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त आवास के लिए 1.20 लाख रुपये की राहत राशि दी जाएगी और दुर्भाग्य से किसी की मौत होती है तो चार लाख रुपये तक की मुआवजा राशि दी जाएगी। इसी के साथ अंग भंग होने की स्थिति में ढाई लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा। सीएम योगी ने तमाम जिलों में भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया था कि बाढ़ से जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उसकी रिपोर्ट तैयार कर मुआवजा राशि दी जाएगी।